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    Haryana News: बादली में ड्रेन नंबर 8 और केसीबी में पानी का स्तर खतरे के निशान से ऊपर, बाढ़ का खतरा बरकरार

    Updated: Thu, 18 Sep 2025 05:30 AM (IST)

    बादली के ग्रामीण इलाकों और खेतों में जल निकासी की समस्या बढ़ रही है। ड्रेन नंबर 8 और केसीबी में पानी का स्तर खतरे के निशान से ऊपर है जिससे बाढ़ का खतरा बना हुआ है। हालांकि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और सिंचाई विभाग लगातार निगरानी कर रहा है। किसानों को अगली फसल की चिंता सता रही है क्योंकि खेतों में अभी भी पानी भरा हुआ है।

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    अभी भी क्षमता से अधिक बहाव से बह रही आठ नंबर व केसीबी ड्रेन, खतरा फिलहाल टला।

    संवाद सूत्र, बादली। ग्रामीण क्षेत्रों व खेतों से जलनिकासी की समस्या लगातार गंभीर होती जा रही है। आठ नंबर व केसीबी ड्रेन में पानी की स्थिति अभी भी चिंताजनक है। फिलहाल आठ नंबर ड्रेन में करीब 5300 क्यूसेक पानी बह रहा है, जो इसकी अधिकतम क्षमता से 1300 क्यूसेक ज्यादा है।

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    इससे ओवरफ्लो की स्थिति बनी रहती है, हालांकि फिलहाल बड़ा खतरा टल चुका है। जिसको देखते हुए विभाग ने दो किश्तियों को वापिस मुख्यालय पर मंगवा लिया है। साथ ही भविष्य की चिंता को देखते हुए दो किश्तियां मौके पर ही मौजूद है।

    बता दें कि आठ नंबर ड्रेन में गांव भिंडावास, कासनी, सिलानी, पेलपा, कलोई, चढवाना, समसपुर माजरा, रेढूवास, देवरखाना सहित अन्य दर्जनों गांवों का वाटरलागिंग वाला पानी डाला जा रहा है। यह पानी विभिन्न गांवों से एकत्रित होकर ड्रेन के माध्यम से नजफगढ़ नाले की ओर भेजा जा रहा है।

    वहीं, पानी की स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए आठ नंबर ड्रेन में ज्यादा पानी नहीं डाला जा रहा। इधर, केसीबी ड्रेन में विशेष ध्यान रखा जा रहा है ताकि वहां ज्यादा जल नहीं जमा हो। एसडीओ वेदपाल दहिया ने बताया कि केसीबी ड्रेन में छुडानी, बुपनिया, शाहपुर, जरदकपुर, लुकसर, देशलपुर और अन्य कई गांवों का पानी पंपिंग के जरिए डाला जा रहा है।

    इसके बावजूद केसीबी ड्रेन में करीब साढ़े तीन सौ क्यूसेक पानी उसकी अधिकतम क्षमता से ज्यादा बह रहा है। उन्होंने बताया कि फिलहाल तटबंध टूटने का खतरा कम हो गया है, गांव व खेतों में जमा जल को धीरे-धीरे निकाला जा रहा है, लुकसर के ग्रामीण बादल, सुभाष, ओमप्रकाश, प्रवीन कुमार ने बताया कि कुछ दिनों से राहत की सांस ले रहे है।

    जैसा कि मौजूदा स्थिति के मद्देनजर सिंचाई विभाग के अधिकारी व कर्मचारी लगातार इन दोनों ड्रेनों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में बनी हुई है, लेकिन यदि आगामी दिनाें में बारिश नहीं आई तो दिक्कत नहीं होगी।

    ड्रेन नंबर 8 के एरिया में दुलीना, कलोई व अन्य कई स्थानों पर अभी पानी खड़ा है, जिससे स्थानीय नागरिकों व किसानों की चिंताएं कम नहीं हुई है। किसान अमरजीत, रोहताश, मुकेश, शमसेर, प्रदीप कुमार ने बताया कि इस स्थिति में वे अगली फसल नहीं बो पाएंगे।

    उनका कहना है कि खेतों में खड़ा पानी फसल बोने की पूरी तैयारी को बाधित कर रहा है। सिंचाई विभाग से जेई कपिल ने बताया कि आवश्यकतानुसार पंपिंग मशीनें सक्रिय की जा रही हैं ताकि जल निकासी की प्रक्रिया को तेज किया जा सके।

    उन्होंने कहा कि फिलहाल कोई आपातकालीन स्थिति नहीं है, लेकिन सभी विभाग सतर्क हैं। जरूरत हुई तो अतिरिक्त पंपिंग व्यवस्था भी की जाएगी। गांवों का पानी समय पर नाले की ओर पहुंचाया जा रहा है ताकि जलभराव की समस्या से निजात मिल सके।