झज्जर के बादली में बस स्टैंड का निर्माण कार्य शुरू, 2 करोड़ 6 लाख की लागत से बनेगा आधुनिक बस स्टैंड
बादली में बस स्टैंड का निर्माण कार्य शुरू हो गया है जिससे क्षेत्र के निवासियों को बड़ी राहत मिलेगी। यह बस स्टैंड लगभग 2 करोड़ 6 लाख 61 हजार रुपये की लागत से बनेगा और इसमें आधुनिक सुविधाएं होंगी। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विधानसभा चुनाव के दौरान इसकी घोषणा की थी।

संवाद सूत्र, जागरण, बादली। लंबे इंतजार के बाद अब बादली में बस स्टैंड का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। करीब 2 करोड़ 6 लाख 61 हजार रुपये की लागत से बनने वाले इस बस स्टैंड से बादली व आसपास के गांवों के लोगों को बड़ी राहत मिलने वाली है। यह बस स्टैंड आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा और रोडवेज व निजी बसों का संचालन तीन बूथ से किया जाएगा।
इस परियोजना की घोषणा विधानसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने की थी। उस वक्त उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया था कि जल्द ही बादली को एक व्यवस्थित बस स्टैंड मिलेगा, जिससे क्षेत्रवासियों को बड़े पैमाने पर सुविधा होगी। हालांकि घोषणा के काफी समय बाद ही ठेकेदार द्वारा इस महत्वपूर्ण कार्य को शुरू किया गया है। पहले ग्रामीणों को परिवहन की सुविधा के लिए काफी परेशानी होती थी।
जिससे समय और पैसे की बरबादी होती थी। नए बस अड्डे के बनने से अब उन्हें अपने गांव से ही दिल्ली, बहादुरगढ, गुरुग्राम व अन्य जिलों की बसें मिलेंगी। बता दे कि बस अड्डा बनने से खासकर छात्र-छात्राओं व नौकरी पेशा लोगों को सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा। रोजाना बड़ी संख्या में लोग दिल्ली व अन्य जिलों के लिए बस से यात्रा करते हैं। पुराने समय में बसों के संचालन के लिए असुविधाजनक स्थिति रहती थी, वहीं अब बस अड्डा बनने से बसों का सुचारू संचालन सुनिश्चित होगा। इससे लोगों का समय भी बचेगा और यातायात भी व्यवस्थित ढंग से चलेगा।
ग्रामीण लोकेश बादलिया, मंजीत बादलीया, चेतन गुलिया, अजय जो्शी, नरेश, संदीप पंच, संदीप कुमार ने बताया कि कई साल से बस अड्डा निर्माण की मांग कर रहे थे, लेकिन यह योजना लंबित रहती रही। काफी वर्षों से बस अड्डा का कार्य अधर में लटका पड़ा था, जिससे ग्रामीण परेशान थे। उनका मानना था कि बिना बस अड्डे के बादली क्षेत्र का परिवहन संकट और बढ़ता जा रहा है। वहीं अब बस अड्डा बनने की प्रक्रिया शुरू होते ही क्षेत्रवासियों ने राहत की सांस ली है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुराने समय में रोडवेज व निजी बसें अस्थायी जगहों से चलती थीं, जिससे यात्रियों को अनावश्यक परेशानी झेलनी पड़ती थी।
बारिश, धूल, गर्मी जैसी समस्याओं के चलते यात्री असुविधाजनक स्थिति में होते थे। बस अड्डा बनने के बाद इन सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। ठेकेदार ने काम शुरू कर दिया है और बताया जा रहा है कि बस अड्डा तैयार होने में अब ज्यादा समय नहीं लगेगा। प्रशासन की ओर से भी विशेष तौर पर परियोजना पर नजर रखी जा रही है ताकि निर्धारित समय करीब एक साल में कार्य पूरा हो सके।
यह बस अड्डा बनने से न केवल क्षेत्रीय लोगों को सुविधा होगी, बल्कि बादली क्षेत्र की सामाजिक व आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा। ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की है कि इस कार्य को शीघ्र पूरा किया जाए, ताकि उनका लंबित सपना साकार हो सके। इस परियोजना के पूरा होने के बाद बादली क्षेत्र का परिवहन नेटवर्क व्यवस्थित रूप से विकसित होगा और आने वाले समय में यह बस अड्डा क्षेत्र के विकास का महत्वपूर्ण केंद्र बनकर उभरेगा।
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