मौसम में बदलाव से बीमारी की चपेट में आ रहे बच्चें, बढ़ गई अस्पताल में OPD; बचाव के लि इन बातों का रखें खास ख्याल
झज्जर में मौसम बदलने से बच्चों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है। बरसात के बाद गर्मी और उमस के कारण वायरल बुखार खांसी जुकाम जैसे लक्षण बच्चों में दिख रहे हैं। ओपीडी में मरीजों की संख्या 80 से 100 तक पहुंच गई है। डॉक्टरों का कहना है कि बच्चों को जंक फूड से बचाएं और साफ-सफाई का ध्यान रखें।

जागरण संवाददाता, झज्जर। मौसम के बदलाव का असर साफ तौर पर पर इन दिनों में दिखाई दें रहा है। बरसात के बाद गर्मी व उमस से हाल बेहाल हो रहा है। साथ ही कुछ क्षेत्रों में बरसात भी हो रही है और मच्छरों की संख्या पहले से बढ़ी है।
कुल मिलाकर, यह बदलाव बच्चों सहित प्राय: सभी की सेहत पर प्रतिकूल असर डाल रहा है। विशेषज्ञों के मुताबिक बदलते हुए मौसम में बच्चों को कई तरह की बीमारियां होने का खतरा रहता है। छोटे बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। जिसके कारण वे जल्द ही बीमारियों की चपेट में आ रहें है।
इन दिनों बच्चों को वायरल बुखार, खांसी, जुकाम, पाव में दर्द, गले में खराश व दर्द बने रहना, तेज सिर दर्द बनना, चक्कर आना,उल्टी लगना, आंखे लाल रहना आदि कई तरह के लक्षण दिखाई दे रहें है। जबकि, इनकी संख्या ओपीडी में 80 से 100 तक पहुंच गई है। दूसरी ओर, निजी अस्पतालों में भी लोग उपचार के लिए पहुंच रहे हैं।
इन बीमारियों का बढ़ा खतरा
बदलते मौसम में छोटे बच्चों को सबसे ज्यादा वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण का होता है, छोटे बच्चों में सर्दी-जुकाम, बुखार, खांसी, निमोनिया और डायरिया के मरीज सामान्य अस्पताल में पहुंच रहे है। इसीलिए, बचाव से जुड़े पहहलुओं पर ध्यान रखते हुए उत्तम स्वास्थ्य प्राप्त किया जा सकता है।
साामान्य अस्पताल से बाल रोग विशेषज्ञ डाक्टर दीपिका के मुताबिक, बच्चों को बीमारी से बचाने के लिए सफाई और कपड़ों का खास ध्यान रखें। बच्चों को जंक फूड, फास्ट फूड खाने से बचाए रखना बहुत ही जरूरी है। अपने बच्चों को फल, सब्जियां, लस्सी, जूस आदि खाने व पीने का देना चाहिए। बासी भोजन में बारिश के दिनों में बैक्टीरियां जल्दी पनपते है। अपने स्वजनों को बासी भोजन कभी न खाने दें। ऐसे में विशेषज्ञों की सलाह रहती है कि घर में छोटे बच्चे हैं तो इस मौसम में उनकी देखभाल के लिए ज्यादा समय निकालें।
घुटने के बल चलने वाले बच्चों का रखें विशेष ध्यान
यदि बच्चा घुटने के बल चलता है तो आपको ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। घर के फर्श को साफ रखें और ऐसा कुछ भी फर्श न रहने दें जिसे बच्चा उठाकर मुंह में डाल सके। बच्चों की साफ सफाई का ध्यान रखें और नियमित रूप से हाथ धुलवाते रहें। बच्चे को दूषित बासी भोजन और पानी से दूर रखें।
बच्चे को पर्याप्त तरल पदार्थ दें। बदलते मौसम में यदि बच्चे में किसी बीमारी के लक्षण दिखते हैं तो तुरंत चिकित्सक को दिखाएं। इधर, सामान्य अस्पताल में पहुंचे ललिता देवी, प्रोमिला, निशा, इंशवती देवी, नाहर सिंह, जगराम, शीला ने बताया कि डाक्टर ने पर्ची पर लिखी दो तीन दवाइयां अस्पताल में ही मिल गई।
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