'नफरत वाली चीज...', पाकिस्तान के पूर्व पुलिसकर्मी नासिर ढिल्लो के संपर्क में थी यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा, वीडियो वायरल
जासूसी के आरोप में पकड़ी गई यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान के पूर्व सब-इंस्पेक्टर नासिर ढिल्लों के संपर्क में थी। उनके पॉडकास्ट वीडियो में ज्योति ने पाकिस्तान से अपने परिवारिक संबंध और लाहौर यात्रा के अनुभव साझा किए। उसने बताया कि उसे पाकिस्तान में नफरत का माहौल नहीं दिखा और लोग दोस्ताना थे। ज्योति ने पाकिस्तान जाने के इच्छुक लोगों को बजाज से संपर्क करने की सलाह दी।
जागरण संवाददाता, हिसार। पाकिस्तान के लिए जासूस के आरोप में पकड़ी गई यूट्यूबर और न्यू अग्रसेन कॉलोनी में रहने वाली ज्योति मल्होत्रा और पाकिस्तान के एक पूर्व सब इंस्पेक्टर नासिर ढिल्लों के संपर्क में थी। दोनों के बीच एक प्रोडकास्ट की वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रही है।
यह वीडियो 14 अप्रैल को नासिर ढिल्लों ने अपने यूट्यूब चैनल पर डाली थी। आरोपित ज्योति ने अपने घर के कमरे में बैठकर नासिर ढिल्लों से वीडियो कॉल पर बातचीत की और अपने ताऊ से बातचीत करवाई। ज्योति कह रही है कि मेरे दादा और दादी पाकिस्तान के थे ऐसे में मेरी वहां से अटैचमेंट है। ज्योति कह रही है कि उम्मीद है कि वीडियो देखने के बाद पाकिस्तान ज्यादा लोग जाएंगे।
साड़ी पाकर एक लड़की लाहौर की गलियों में घूम रही है
पाकिस्तान के पूर्व सब इंस्पेक्टर नासिर ढिल्लो इंटरनेट पर पोडकास्ट में यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा से जुड़े हुए हैं। नासिर कह रहा है कि भारत से एक कुड़ी (लड़की) आ गई साड़ी पहन के, लाहौर की गलियों में घूम रही है। स्कूटर वाले भी उसको देख रहे हैं।
उसके बाद ज्योति कहती है कि अनारकली बाजार वाला जो सीन था, वहां पर पाकिस्तान में आकर भारत के पहनावे को दिखाना था। पहले तो मुझे डर था कि पता नहीं वहां के लोग क्या करेंगे। परंतु वहां के लोगों ने साड़ी देखकर लग रहा था कि ये इंडियन है।
कुछ लोग बातचीत करने के लिए भी आए और काफी अच्छा लगा। फिर नासिर कहता है कि लाहौर वाली वो वीडियो काफी वायरल हो रही थी, जिसमें पकौड़े खा रहे हैं और जूती खरीद रही हैं। फिर पूछता है जो साथ गए थे उनको कैसा लगा। ज्योति कहती है जो साथ गए थे उनको काफी अच्छा लगा। मंदिर में शिवरात्रि का त्योहार था वहां के लोगों ने हमारे साथ त्योहार मनाया।
नफरत वाला कोई सीन नजर नहीं आया
ज्योति मल्होत्रा कहती है कि पाकिस्तान के बारे में काफी कुछ सुना था, लेकिन वहां पर कई तो नफरत वाला कोई सीन नजर नहीं आया। पहली बार पाकिस्तान गई तो बेहतर तरीके से वेलकम हुआ। इंडिया और पाकिस्तान के लोग एक जैसे लगे कुछ अलग दिखाई नहीं दिया।
वहां की मिट्टी से मेरी अटैचमेंट है। मेरे दादा बहावलपुर से थे, दादी मुलतान की रहने वाली थी। ऐसा नहीं है कि कंटेंट बनाने के लिए जाती हूं वहां की मिट्टी से जुड़ी हूं। इस दौरान वह अपने ताऊ की बातचीत नासिर से करवाती है। वहां के लोग भी हमारे जैसे ही है पंजाबी बोलते हैं।
जत्थे में 112 लोग थे
ज्योति मल्होत्रा कहती है कि दूसरी बार जब पाकिस्तान गई तो जत्थे में 112 लोग थे। इस से पहले कम लोग पाकिस्तान जाते थे। मेरी वीडियो देखकर ज्यादा लोग हो जाएंगे। पाकिस्तान आने के लिए बजाज से संपर्क कर सकते है उनका नंबर मैंने अपने ब्लाग में डाला हुआ है।
वीजा के लिए वहीं अप्लाई करते है। बजाज से कैसे संपर्क हो सकता है। नंबर दे देते हैं। दूतावास में नहीं जाना होगा। धार्मिक यात्रा के लिए कोई दिक्कत नहीं आती। अकेले को नहीं वीजा देते। वह कहती है मुझे वहां पर कराची और पेशावर जाना है।
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