कैंडल हॉट वैक्स मसाज से लौटेगी त्वचा की रौनक, झुर्रियों और स्ट्रेचमार्क्स से मिलेगी निजात
इससे रक्त संचार सही ढंग से होता है। जिससे आपकी हेल्थ और सौंदर्य से जुड़ी समस्याएं दूर हो जाती है। इसके साथ ही त्वचा में रंगत और झुर्रियों को कम करने में मदद मिलती है।
रोहतक, जेएनएन। बढ़ती उम्र के साथ चेहरे पर झुर्रियों के कारण रंगत भी खत्म होने लगती है। सही खान-पान और लाइफ स्टाइल में बदलाव से भी झुर्रियां आने लगती है त्वचा ढीली हो जाती है। मगर उम्र भले ही बढ़े हर कोई जवान बना रहा है और सुंदर भी दिखना चाहता है। त्वचा को जवां बनाए रखने के लिए कई तरह के उपाय हैं, और इन्हीं में से एक है कैंडल हॉट मसाज। ब्यूटी एक्सपर्ट पूनम के मुताबिक कैंडल हॉट वैक्स मसाज से झुर्रियों और स्ट्रेचमार्क्स से निजात मिलती है तो वहीं शरीर की त्वचा की रंगत लौट आएगी। उनका कहना है कि महिलाओं को डिलीवरी के बाद स्ट्रेचमार्क्स की समस्या का सामना करना पड़ता है। आज के समय में कम आयु की युवतियों के चेहरे पर झुर्रियां आने लगती हैं। इससे निजात पाने के लिए कैंडल हॉट वैक्स मसाज का इस्तेमाल बेहतर विकल्प है।
कैसे होती है कैंडल हॉट मसाज
कैंडल थेरेपी में मोमबत्ती को जलाकर पिघलाया जाता है। इससे निकलने वाली वैक्स से शरीर के विभिन्न हिस्सों पर स्क्रब किया जाता है। स्क्रब के बाद गर्म तौलिये से चेहरे और शरीर के अन्य भागों को स्टीम दिया जाता है। इसके प्रयोग से शरीर से डेड स्किन को मॉश्चराइज किया जाता है। फिर त्वचा पर ब्राइटनिंग पैक लगाया जाता है। इसमें कैंडल के साथ जोजोबा ऑयल, कोको बटर और विटामिन ई जैसे तेलों का मिश्रण लगाया जाता है।
कैंडल मसाज करने से रक्त संचार रहता है ठीक
इससे रक्त संचार सही ढंग से होता है। जिससे आपकी हेल्थ और सौंदर्य से जुड़ी समस्याएं दूर हो जाती है। इसके साथ ही त्वचा में रंगत और झुर्रियों को कम करने में मदद मिलती है। चेहरे पर पडऩे वाली झुर्रियों और ढीली स्किन की समस्या कम होती है। वहीं यह मृत कोशिकाओं को हटाता है। इसके अलावा ये उम्र के साथ रुखी त्वचा की चमक को भी बढ़ाता है।
मैनीक्योर और पेडीक्योर कैंडल मसाज थेरेपी का किया जा रहा है इस्तेमाल
मैनीक्योर और पेडीक्योर में भी कैंडल मसाजथेरेपी का प्रयोग किया जा रहा है। इसमें नाखूनों की सफाई, आकार, क्यूटल पर क्रीम लगाने जैसी क्रियाएं की जाती है। सर्दियों के मौसम में आपके हाथ-पांव की त्वचा को नमी युक्त रखता है। इसके साथ ही हाथों पर निखार लाता है। इस प्रक्रिया से किसी प्रकार का नुकसान नहीं होता है। इस थेरेपी को हर उम्र की महिलाएं करवा सकती हैं।