रात को हुई डिलीवरी, सुबह बच्ची को फेंककर फरार हुए मां-बाप; यशोदा बन महिला ने दूध पिलाकर दी नई जिंदगी
अग्रोहा में एक नवजात बच्ची को झाड़ियों में फेंकने का मामला सामने आया है। पुलिस ने बच्ची को बरामद कर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया जहां उसकी हालत स्थिर है। बच्चे के माता-पिता बद्री और रूपा को गिरफ्तार कर लिया गया है जिन्होंने पहले से ही चार बच्चे होने के कारण यह कदम उठाया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

संवाद सहयोगी, अग्रोहा। कहते हैं मां बाप अपने बच्चों पर आने वाली सारी विपदा हर लेती है। अगर उसके बच्चे को थोड़ी सी भी चोट आ जाए तो उनकी सांसें अटक जाती हैं। परंतु इसके विपरीत एक कलियुगी मां बाप की करतूत अग्रोहा में देखने को सामने आई है। जिसने ममता को शर्मसार कर दिया।
इस मां-बाप ने न सिर्फ नवजात बच्ची को न केवल झाड़ियों में फेंका, बल्कि नन्हीं सी जान जिसकी नाल भी अभी काटी नहीं गई थी। जिसे बिना कपड़ों के भूखी प्यासी छोड़ वहां से फरार हो गए। क्या मजबूरी या गरीबी रही होगी, जो मां बाप ने ऐसा कदम उठाया।
अग्रोहा मेडिकल से कुछ ही दूरी पर दीवार के नीचे जब झाड़ियों से बच्चे के रोने की आवाज जब राहगीरों ने सुनी तो उन्होंने तुरंत इसके बारे अग्रोहा पुलिस को सूचित किया।
पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर नवजात बच्ची को कब्जे में लेकर अग्रोहा मेडिकल कालेज के शिशु नर्सरी में दाखिल करवाया। जहां बच्ची की हालात सामान्य बनी हुई है। वहां मेडिकल स्टाफ बच्ची की देखभाल और रखरखाव कर रहे हैं।
यशोदा बन पिलाया दूध
जहां अग्रोहा मेडिकल कालेज के दाखिल नवप्रसूता से रोती बच्ची देखी नहीं गई। प्रसूता ने यशोदा बन बच्ची को अपना दूध पिलाया बच्ची भूख प्यास से तृप्त हो शांत होकर तुरंत सो गई। जैसे उसने अपनी मां का ही दूध पिया हो।
घर जाकर सो गई मां
जैसे ही अग्रोहा पुलिस ने मेडिकल कालेज जाकर पूरे मामले की जांच पड़ताल की तो एक प्रसूता गायब मिली। जिसकी रविवार रात को ही डिलीवरी करवाई थी, जो सुबह से अपने बेड से गायब थी। पुलिस ने जांच पड़ताल की तो हिसार में सूर्य नगर का पता लगा। जहां मौके पर जाकर पुलिस नवजात के पिता बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के लौरिया निवासी बदरी और उसकी पत्नी रूपा को अग्रोहा थाना लेकर आए जहां मामले पर उनसे पूछताछ की जा रही है।
पांचवीं संतान थी नवजात
बदरी ने बताया कि वह तीन साल से सूर्य नगर आठ नंबर गली में रहते हैं। मजदूरी करते हैं। उसकी पत्नी रूपा को रविवार रात डिलीवरी के लिए हिसार के नागरिक अस्पताल लेकर आए। जिसे वहां से अग्रोहा मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। जिसने रविवार रात को पांचवीं संतान के रूप में एक बेटी को जन्म दिया। जिसको पहले से ही दो 5-7 साल की बेटी और उनसे छोटे दो बेटे हैं।
नवजात को झाड़ी में डालकर बस में हुए सवार
रूपा ने बताया कि सुबह करीब आठ बजे मेडिकल कॉलेज के वार्ड से फरार होकर नवजात को झाड़ियां में रखकर पति के साथ बस पकड़ कर हिसार सूर्यनगर में अपने मकान पर पहुंची और खाना खाकर सो गई। पुलिस ने आकर इन्हें जगाया।
गोद लेने वालों का लगा तांता
जैसे ही सूचना इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुई वैसे ही लोगों का मेडिकल कॉलेज और थाने में बच्ची को गोद लेने के लिए तांता लग गया। फिलहाल बच्ची किसी को गोद नहीं दी गई है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल में लगी हुई है।
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