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    हरियाणा में गहराया पानी का संकट, सूख गईं नहरें सूखीं और जलघर भी हुए खाली; लोगों का जीना मुहाल

    हरियाणा के कई जिलों में पानी का संकट गहराता जा रहा है। नहरों में पानी कम होने से जलघर भी सूखने लगे हैं। हिसार सिरसा फतेहाबाद भिवानी रोहतक और जींद में पेयजल को लेकर परेशानी बढ़ती जा रही है। टैंकरों पर निर्भर लोगों को 500 से 700 रुपये तक चुकाने पड़ रहे हैं।

    By Jagran News Edited By: Prince Sharma Updated: Wed, 30 Apr 2025 12:50 PM (IST)
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    फतेहाबाद: भूना के वार्ड नंबर 5 में महिलाएं पानी के टैंकर का इंतजार करते हुए।

    जागरण टीम, हिसार। कई जिलों में पानी का संकट गहराता जा रहा है। नहरों के पानी पर अधिक निर्भरता होने के कारण इन जिलों में पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध नहीं है।

    नहरों में पानी कम होने से जलघर भी सूखने लगे हैं। हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, भिवानी, रोहतक और जींद में पेयजल को लेकर परेशानी बढ़ती जा रही है। कहीं पर एक दिन छोड़कर घरों में पानी आ रहा है तो कहीं पर दो दिन बाद। मजबूरन लोग टैंकरों पर निर्भर हैं।

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    500 से 700 रुपये में एक टैंकर के लिए देने पड़ रहे हैं। यहां तक कि नहरों की नगरी कहे जाने वाले टोहाना के 150 गांवों में पांच दिनों से पेयजल का संकट इतना बढ़ गया है कि महिलाओं को घड़े लेकर तीन से चार किलोमीटर दूर तक जाना पड़ रहा है।

    लोगों का कहना है कि नहरों में पानी कम होने से जलघरों में पानी नहीं जा रहा है। टैंकर वालों ने भी रेट बढ़ा दिए हैं। अधिकारियों का दावा है कि समस्या के समाधान के लिए प्रयास जारी हैं। ट्यूबवेल चलाने का समय बढ़ाया जा रहा है।

    गांव टोहाना क्षेत्र के ऐ से जहां पांच दिन से संकट

    हिसार में तीन मई दोपहर बाद से 20 मई तक पूर्ण नहरबंदी रहेगी। एक दिन छोड़कर पानी सप्लाई का शेड्यूल जारी हेगा। नियमित पानी सप्लाई के लिए लोगों को 21 मई तक का इंतजार करना होगा। अभी स्थिति यह है कि पाश एरिया में रहने वाले लोग भी पीने के पानी का प्रबंध करने को मजबूर हैं।

    सेक्टर-14 के मकान नंबर 1800 में रहने वाले सेवानिवृत्त एक्सईएन सीपी गुप्ता का कहना है कि उनके सेक्टर व आसपास के सेक्टर में जलसंकट बड़े स्तर पर है। अनुमानित 40 प्रतिशत घरों में एक वक्त का भी पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। लोगों को पीने के पानी के लिए टैंकर मंगवाने के लिए मजबूर हैं।