सुरेश चौधरी को गिरफ्तार करने के लिए विजिलेंस टीम ने जामनी गांव में दी दबिश
केमिस्ट की दुकान के लिए लाइसेंस जारी करने के लिए 40 हजार रुपये ली थी रिश्वत।

जागरण संवाददाता, हिसार:
केमिस्ट की दुकान के लिए लाइसेंस जारी करने के लिए 40 हजार रुपये की रिश्वत मामले में फरार चल रहे ड्रग कंट्रोल अधिकारी सुरेश चौधरी को गिरफ्तार करने के लिए विजिलेंस टीम ने जामनी गांव में दबिश दी। लेकिन वहां भी सुरेश चौधरी नहीं मिला। पुलिस ने उसके परिवार और परिचितों से उसके बारे में पूछताछ की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। सुरेश चौधरी को गिरफ्तार करने के लिए विजिलेंस टीम ने उसके परिचितों के फोन भी ट्रेसिग पर लगा रखे है। लेकिन अब तक भी सुरेश पकड़ में नहीं आया है। पुलिस के अनुसार हो सकता है सुरेश चौधरी व्हाट्सप कालिग के जरिये अपने परिचितों के संपर्क में हो। इसके अलावा विजिलेंस टीम ने उसका पासपोर्ट नंबर भी मुख्यालय से मांगा है। सिरसा विजिलेंस टीम से इंस्पेक्टर अनिल सोढ़ी ने बताया कि सुरेश चौधरी की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। उसके रेड कोर्नर और लुकआउट नोटिस जारी करवाने के लिए अनुमति मांगी है। इसके लिए उन्होंने अपने मुख्यालय से सुरेश चौधरी का पासपोर्ट नंबर मांगा है। ताकि सुरेश चौधरी देश से बाहर न जा सकें। वहीं उपरोक्त नोटिस जारी होने पर उसके पोस्टर भी चस्पा किए जा सकेंगे। गौरतलब है कि ड्रग कंट्रोल अधिकारी सुरेश चौधरी की गिरफ्तारी के लिए अरेस्ट वारंट जारी हुए भी 15 दिन से अधिक का समय बीत चुका हैं। लेकिन वह अभी भी विजिलेंस टीम की गिरफ्त से बाहर है। गौरतलब है कि सुरेश चौधरी के चपरासी और ड्राइवर को रिश्वत मामले में मौके पर गिरफ्तार किया गया था। उस दौरान सिरसा विजिलेंस टीम ने शिकायतकर्ता के साथ मिलकर स्टिग आपरेशन के जरिये दोनों आरोपितो को गिरफ्तार किया था। लेकिन उस दौरान सुरेश चौधरी फरार हो गया था। सुरेश चौधरी को विभाग की तरफ से सस्पेंड भी किया जा चुका है।
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