Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हिसार में पर्सनल लोन लेने के लिए दंपती ने नौकरी और सैलरी के फर्जी कागजात कर दिए पेश, केस दर्ज

    By Manoj KumarEdited By:
    Updated: Tue, 22 Jun 2021 11:50 AM (IST)

    पर्सनल लोन लेेने के लिए एक दंपती ने फर्जी कागजातों का सहारा लिया। दंपत्ति ने बीएसएनएल में नौकरी करने के फर्जी कागजात पेश किए साथ ही फर्जी सैलरी स्लिप बनाकर लोन की अर्जी दे दी। जांच में सब सामने आ गया।

    Hero Image
    हिसार में एक दंपती द्वारा लोन लेने के लिए फ्रॉड करने का मामला सामने आया है

    हिसार, जेएनएन। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से पर्सनल लोन लेेने के लिए एक दंपती ने फर्जी कागजातों का सहारा लिया। दंपत्ति ने बीएसएनएल में नौकरी करने के फर्जी कागजात पेश किए, साथ ही फर्जी सैलरी स्लिप बनाकर लोन की अर्जी दे दी। मामले में देव नगर कालोनी निवासी और हिसार की रैड स्कवेयर मार्केट स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में ब्रांच मैनेजर के पद पर तैनात जय सांगवान ने एचटीएम थाना पुलिस को शिकायत दी है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पुलिस को दी शिकायत में जय सांगवान ने बताया कि 14 जून को रामपुरा मोहल्ला निवासी नरवीर सिंह हनुमान मन्दिर के नजदीक स्थित यूनियन बैंक की शाखा में आया और अपनी पत्नी ज्योति देशवाल के साथ ज्वाईंट पर्सनल लोन लेने के लिए बैंक में अर्जी दी। नरवीर ने अर्जी के साथ अपने अौर पत्नी के नामों के आधार कार्ड, पेन कार्ड, अपने नाम की बीएसएनएल की सैलरी स्लिप, आई-कार्ड और एक्सिस बैंक की खाता स्टेटमैंट, बीएसएनएल का फार्म-16 और ज्योति के नाम से जिन्दल स्टील पावर लिमिटेड की सैलरी स्लीप दी।

    बैंक के नियमानुसार इनके द्वारा दिए पते पर विजिट की गई तो जो पता दस्तावेजों में दर्शाया गया था, वहां पता सहीं नहीं मिला। जय सांगवान ने बताया कि बीएसएनएल कार्यालय से पता करने पर उन्हें जानकारी मिली कि उक्त नाम और पते का कोई कर्मचारी बीएसएनएल दफ्तर हिसार में कार्यरत ही नहीं है। इसके बाद एक्सिस बैंक की स्टेंटमेंट की पड़ताल की गई, जिसमें पाया की उसमें भी सैलरी की क्रेडिट एंट्री फर्जी की गई थी। सारी गलत जानकारी और कागजात को देखकर 21 जून को नरवीर सिंह को पत्नी सहित शाखा में बुला कर गहन पड़ताल की गई। जांच के दौरान पता लगा कि ज्योति की सैलरी स्लिप भी फर्जी है।

    जय सांगवान का आरोप है कि फर्जी दस्तावेजाें को देखकर लगता है कि नरवीर और ज्योति बैंक के साथ जालसाजी और धोखाधड़ी करना चाहते थे। जो बैंक अधिकारियों ने समय रहते ही पकड़ ली। नरवीर ने लोन अप्लाई करते समय जो फर्जी कागजात तैयार कर बैंक में लोन अर्जी के साथ दिए थे, वह सभी कागजात पुलिस को शिकायत में दिए गए है। पुलिस ने शिकायत पर केस दर्ज कर लिया है।