Tikri Border: टिकैत बोले- एक साल और चलेगा आंदोलन, चढूनी ने कहा- पता नहीं कितना लंबा चल जाए
तीन कृषि सुधार कानूनों के विरोध में टीकरी बॉर्डर पर चल रहे धरने में पहुंचे राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों को एक साल और यहीं डटे रहना है। वहीं गुरनाम सिंह चढूनी भी शुक्रवार को बहादुरगढ़ में बैठक करने आए थे। उनके बोल जुदा थे।
हिसार/बहादुरगढ़, जेएनएन। सरकार से वार्ता को लेकर बने गतिरोध के बीच अब खुद संयुक्त मोर्चे के नेता आंदोलन की अवधि को लेकर असमंजस में हैं। टीकरी बॉर्डर पर पहुंचे राकेश टिकैत ने कहा कि अभी आंदोलन एक और साल चलेगा। वहीं, गुरनाम सिंह चढ़ूनी के बोल इससे अलग दिखे। उनका कहना है कि उन्हें नहीं पता आंदोलन कब तक चलेगा। इतना जरूर कहा कि जीत मिलने तक आंदोलन जारी रहेगा।
गौरतलब है कि पहले राकेश टिकैत किसानों की मांगें पूरी होने के लिए 2 अक्टूबर तक का समय दे रहे थे। लेकिन शुक्रवार को टीकरी बॉर्डर पर टिकैत ने किसानों से कहा कि उन्हें एक साल और यहीं पर डटे रहना होगा। पुराना कथन दोहराते हुए टिकैत बोले कि सर्दी में आंदोलन शुरू हुआ था। इसलिए अगली सर्दी में ही सरकार समाधान के लिए आएगी। फिलहाल तो सरकार चुनावी राज्यों की तरफ चली गई है। इससे पहले राकेश टिकैत आंदोलन में कई जगह डटे। आंदोलनकारियों ने उनका स्वागत किया। शाम के समय टीकरी बॉर्डर के मंच से अपनी बात रखी।
चढ़ूनी बोले- आंदोलन के भविष्य का किसी को नहीं पता
गुरनाम सिंह चढूनी भी शुक्रवार को बहादुरगढ़ में बैठक करने आए थे। उन्होंने बातचीत में कहा कि आंदोलन का किसी को पता नहीं होता। 100 दिन बीत चुके हैं। हमें तो लग रहा था कि दो सप्ताह में बात नहीं मानी गई तो आंदोलन टूट जाएगा। मगर ऐसा नहीं हुआ। इसलिए आंदोलन के भविष्य को लेकर कुछ नहीं कहा जा सकता। मगर हम जीत मिलने तक लड़ेंगे। उन्हाेंने माना कि आंदोलन स्थल पर किसानों की संख्या कम हो गई है, लेकिन कहा कि भीड़ कम होने से आंदोलन कमजोर नहीं हुआ है। एक रात में ही भीड़ फिर जुट जाएगी।
टीकरी बॉर्डर से कल 10 बजे ट्रैक्टर लेकर केएमपी के लिए चलेंगे किसान
तीन कृषि सुधार कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन को शनिवार को 100 दिन पूरे हो रहे हैं। इस दिन केएमपी एक्सप्रेस-वे पांच घंटे तक जाम किया जाएगा। संयुक्त किसान माेर्चा की अेार से इसका आह्वान किया गया है। शुक्रवार को टीकरी बॉर्डर के मंच से भी इसका आह्वान किया गया। सुबह 11 से लेकर शाम 4 बजे तक पूरे ट्रैफिक को बंद किया जाएगा। इसके लिए टीकरी बॉर्डर से सुबह 10 बजे ही ट्रैक्टरों को लेकर किसान केएमपी का रुख करेंगे। मंच से हरियाणा के किसान नेता विकास सीसर ने कहा कि आंदोलन को लेकर किसानों में जोश बरकरार है। जब तक सरकार मांगे नहीं मानती, तब तक किसानों का संघर्ष जारी रहेगा।
केएमपी की बजाय चुनने हाेंगे दूसरे रास्ते
केएमपी पर पांच घंटों तक जाम रहने के कारण शनिवार को सोनीपत और गुरुग्राम-पलवल की तरफ जाने वाले वाहन चालकों को दूसरे रास्ते चुनने होंगे। सोनीपत की तरफ जाने के लिए आसौदा-खरखौदा या नाहरा-नाहरी मार्ग चुनना होगा। वहीं गुरुग्राम जाने के लिए वाया बादली से गुरुग्राम मार्ग का विकल्प रहेगा।
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