किसान आंदोलन : अब टीकरी बॉर्डर पर किसान छात्र पंचायत की तैयारी, 7 को होगा आयोजन
किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान मोर्चा के शीर्ष नेताओं के अलावा विभिन्न विश्वविद्यालयों के छात्र नेताओं को भी बुलाया जाएगा। इसका आयोजन किसान जागृति सेना की ओर से 7 मार्च को बहादुरगढ़ में बाइपास पर किया जाएगा।
बहादुरगढ़, जेएनएन। तीन कृषि कानूनों के विरोध में चल रहा आंदोलन अब नित नए स्वरूप ले रहा है। इस बीच अब टीकरी बॉर्डर पर आंदोलन के बीच ही किसान छात्र पंचायत की तैयारी है। इसमें आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान मोर्चा के नेताओं के अलावा विभिन्न विश्वविद्यालयों के छात्र नेताओं को भी बुलाया जाएगा। इसका आयोजन किसान जागृति सेना की ओर से 7 मार्च को बहादुरगढ़ में बाइपास पर किया जाएगा।
इसमें पंजाब के किसान नेता रुलदू सिंह मानसा, भारतीय किसान यूनियन एकता (उगराहा) के अध्यक्ष जोगेंद्र सिंह उगराहां के अलावा दिल्ली विश्वविद्यालय, जामिया-मिलिया विश्वविद्यालय, जेएनयू, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, हैदराबाद विश्वविद्यालय, अलीगढ़-मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र नेता शामिल होंगे। दरअसल, आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए अब नित नए आयोजन किए जा रहे हैं। टीकरी बॉर्डर पर इस तरह का आयोजन पहली बार हो रहा है। किसान नेता विकास सीसर ने बताया कि इस आयोजन के जरिये किसानों की आवाज को और ज्यादा बुलंद किया जाएगा।
15 मार्च तक की गतिविधियों पर जोर
इस बीच किसान नेताओं की ओर से संयुक्त मोर्चा के अाह्वान पर 15 मार्च तक की गतिविधियों को सफल बनाने पर जोर दिया जा रहा है। 6 मार्च को तो आंदोलनकारियों द्वारा केएमपी पर पांच घंटे तक जाम लगाया जाएगा। इसी दिन किसानों द्वारा अपने घरों व अन्य भवनों पर काला झंडा लगाया जाएगा। 8 मार्च को आंदोलन स्थल पर महिला दिवस मनाया जाएगा। इस दिन टीकरी बॉर्डर पर 111 महिलाओं को सम्मानित करने की तैयारी है। इस दिन पूरा मंच महिलाओं को ही समर्पित किया जाएगा। सभा का संचालन महिलाएं ही करेंगी।
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