दिव्यांग पुनर्वास केंद्र में करीब 30 हजार लोगों को लगाए जा चुके कृत्रिम हाथ और पांव
हिसार में भारत विकास परिषद् की विवेकानंद शाखा द्वारा संचालित किए जा रहे दिव्यांग पुनर्वास एवं स्वास्थ्य केंद्र में अब तक 30 हजार के करीब लोगों को कृत्रिम अंग दिए जा चुके है। पंजाब दिल्ली सहित अन्य राज्यों के लोगों को हिसार में बने कृत्रिम अंग लगाए जा चुके है।

हिसार, जागरण संवाददाता। हिसार में भारत विकास परिषद् की विवेकानंद शाखा द्वारा संचालित किए जा रहे दिव्यांग पुनर्वास एवं स्वास्थ्य केंद्र में अब तक 30 हजार के करीब लोगों को कृत्रिम अंग दिए जा चुके है। करीब एक एक दशक से अधिक समय से कृत्रिम अंग लगाए जा रहे है। हिसार से ही नहीं हरियाणा के अन्य जिलों समेत, पंजाब, दिल्ली सहित अन्य राज्यों के लोगों को भी हिसार में बने कृत्रिम अंग लगाए जा चुके है।
दिव्यांग पुनर्वास केंद्र के अध्यक्ष रामनिवास, सचिव सुरेंद्र कुच्छल और कोषाध्यक्ष डा. रोशनलाल ने बताया कि इसमें उनकी करीब 15 लोगों की टीम काम कर रही है। इसमें डाक्टरों की टीम खुद कृत्रिम अंग हाथ और पांव बनाते है और निशुल्क जरुरत मंदों को डोनेट करती है। इसके लिए सामान भी बाहरी जिलों से मंगवाया जाता है।
इसके अलावा यहां पर स्व. शीला देवी टुटेजा की स्मृति में आंखों के फ्री आपरेशन के लिए कैंप लगाए जाते है। बीते शनिवार को भी यहां बस स्टैंड के पास ऋषि नगर में स्थापित दिव्यांग केंद्र में प्रेम सागर टुटेजा की पत्नी स्व. शीला देवी टुटेजा की प्रथम पुण्यतिथि पर आंखों के सफेद मोतियाबिंद के फ्री आपरेशन करवाकर 25 लोगों को लाभांवित किया। दिव्यांग पुनर्वास केंद्र के अध्यक्ष रामनिवास अग्रवाल सीए व सचिव सुरेंद्र कुच्छल ने संयुक्त रूप से बताया कि जनसहयोग से केंद्र में स्वास्थ्य सेवाओं के कई उपक्रम नियमित रूप से चलाए जा रहे हैं।
दंत चिकित्सा, फिजियोथेरेपी, नेत्र जांच व नेत्र चिकित्सा एवं सामान्य रोग जांच की सुविधा दिव्यांग केंद्र में उपलब्ध है। हर रोज 100 से अधिक लोग इन सेवाओं से लाभान्वित होते हैं। दिव्यांग पुनर्वास केंद्र के पदाधिकारियों ने बताया कि दिव्यांग केंद्र में स्थापित लाला देवी चंद कृत्रिम अंग निर्माणशाला में कृत्रिम अंगों का निर्माण करके दिव्यांग बंधुओं को निशुल्क प्रदान किए जाते हैं।
इसके साथ-साथ दिव्यांग केंद्र द्वारा महिलाओं को निशुल्क सिलाई सिखाने की व्यवस्था भी की गई है। इतना ही नहीं लड़कियों के पढ़ने के लिए निशुल्क पुस्तकालय भी केंद्र में स्थापित किया गया है। सेवा का एक और प्रकल्प श्री तिरुपति बालाजी रसोई के रूप में दिव्यांग केंद्र द्वारा संचालित किया जा रहा है। इसके तहत हिसार के सामान्य अस्पताल में हर रोज सभी मरीजों के दोनों समय के भोजन की निशुल्क व्यवस्था की जाती है।

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