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    राजकीय पीजी कालेज में संस्कृत की ओर बढ़ रहा रुझान, नए सत्र से संस्कृत समेत चार कोर्स शुरू होने की उम्मीद

    By JagranEdited By:
    Updated: Sat, 04 Jun 2022 08:54 PM (IST)

    राजकीय पीजी कालेज में नए शैक्षणिक स्तर से विद्यार्थियों को कुछ नए कोर्सों की सुविधा मिलने की उम्मीद हैं। ...और पढ़ें

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    राजकीय पीजी कालेज में संस्कृत की ओर बढ़ रहा रुझान, नए सत्र से संस्कृत समेत चार कोर्स शुरू होने की उम्मीद

    जागरण संवाददाता, हिसार: राजकीय पीजी कालेज में नए शैक्षणिक स्तर से विद्यार्थियों को कुछ नए कोर्सों की सुविधा मिलने की उम्मीद हैं। खासकर कालेज में विद्यार्थियों का संस्कृत की ओर रूझान ज्यादा बढ़ रहा है। नए शैक्षणिक सत्र से संस्कृत समेत चार नए कोर्स शुरू हो सकते है। विद्यार्थियों की भी संस्कृत बीए आनर्स व संस्कृत एमए आनर्स में दाखिला पाने की हौड़ मची रहती है। कालेज भूगोल विभाग में रिमोट सेसिग शुरू करने की ओर कदम बढ़ाने जा रहा है। इसका श्रेय पूरी कालेज टीम को जाता है।

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    इस बारे में उच्च शिक्षा विभाग से ज्वाइंट डायरेक्टर दीपक कुमार के साथ 25 मई को बैठक हुई थी। बैठक में हिसार, फतेहाबाद, सिरसा, भिवानी, चरखी दादरी सहित छह जिलों से कालेजों के 40 प्राचार्य शामिल हुए थे। उनके साथ उच्च शिक्षा विभाग से उप निदेशक डा. सुखविद्र सिंह व हेमंत कुमार वर्मा भी मौजूद थे। हिसार राजकीय पीजी कालेज प्रदेश के सबसे अच्छे कालेजों में से एक है। इसलिए इस कालेज के प्राचार्य डा. निहाल सिंह चाहर को जिला उच्च शिक्षा अधिकारी (डीएचईओ) बनाया हुआ है। इन कोर्स की रखी मांग

    - संस्कृत बीए आनर्स नया कोर्स शुरू करने की मांग की है। हालांकि, बीए आनर्स में भूगोल, अंग्रेजी, गणित, कोमर्स में पांच कोर्स पहले ही चल रहे हैं।

    - संस्कृत एमए कोर्स है, पर इसमें 35 सीटें है। इसलिए 50 सीटें बढ़ाने की मांग की है।

    - फिजिकल एजुकेशन (शारीरिक शिक्षा) डिप्लोमा कोर्स शुरू करने की मांग की है।

    - भूगोल विभाग में रिमोट सेंसिग में पीजी डिप्लोमा कोर्स शुरू करने की मांग है। यह कोर्स एमए भूगोल के होता है। यह कोर्स करने के बाद सैटेलाइट से कोई फुटेज (इमेज) लेने या किसी सर्वे करने में इस्तेमाल किया जाता है। दंपती हुए पदोन्नति

    राजकीय कालेज से दंपती की भी पदोन्नति हुई है, जो प्राचार्य बने है। इनमें डा. प्रदीप वर्मा और डा. सीमा वर्मा है। राजकीय पीजी कालेज से कुल नौ प्राध्यापक पदोन्नति पाकर प्राचार्य बने है। 30 मई को डा. कुसुम सैनी की सेवानिवृत्ति के बाद डा. निहाल सिंह को कार्यकारी प्राचार्य का कार्यभार मिला। कार्यकारी प्राचार्य डा. निहाल सिंह चाहर ने बताया कि तीन साल तक मैं भूगोल विभाग का एचओडी रहा हूं। अब पदोन्नति से प्राचार्य बना हूं। राजकीय पीजी कालेज में खेलकूद, सांस्कृतिक कार्यक्रम व एनएसएस सहित अन्य गतिविधि कार्यक्रम भी नए सत्र से शुरू किए जाएंगे। जोकि ऐसी गतिविधि कोरोना के चलते दो साल से बाधित है। इससे विद्यार्थियों का संपूर्ण विकास होगा। ग‌र्ल्स हास्टल नया बनाने की मांग

    कालेज प्रशासन ने ग‌र्ल्स हास्टल नया बनाने की भी मांग रखी है। ग‌र्ल्स हास्टल की क्षमता कम है और हालत खस्ता है। हास्टल में 20 कमरे है और एक कमरे में तीन-तीन छात्राएं रहती है। जबकि हास्टल में रहने के लिए हजारों छात्राओं के आवेदन आते है। कालेज में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों में 60 से 70 प्रतिशत छात्राएं है।