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    नगर परिषद ने मजदूर को थमाया 19 हजार का हाउस टैक्स बिल, कई दिनों से काट रहा परिषद के चक्कर

    By JagranEdited By:
    Updated: Mon, 04 Jul 2022 07:52 PM (IST)

    अपने कारनामों के लिए मशहूर नगर परिषद का एक और कारनामा सामने आया है। नगर परिषद की हाउस टैक्स ब्रांच ने एक मजदूर को करीब 19 हजार रुपये का हाउस टैक्स का ...और पढ़ें

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    नगर परिषद ने मजदूर को थमाया 19 हजार का हाउस टैक्स बिल, कई दिनों से काट रहा परिषद के चक्कर

    संवाद सहयोगी, हांसी : अपने कारनामों के लिए मशहूर नगर परिषद का एक और कारनामा सामने आया है। नगर परिषद की हाउस टैक्स ब्रांच ने एक मजदूर को करीब 19 हजार रुपये का हाउस टैक्स का नोटिस भेज मजदूर की रातों की नींद हराम कर दी है। यहीं नहीं अब मजदूर की नगर परिषद में कोई सुनवाई करने वाला भी नहीं है। जिसके चलते वह पिछले दो सप्ताह से नगर परिषद के चक्कर काट रहा है। लेकिन उसे वहां हर दो दिन बाद आने की बात कहकर वापस भेज दिया जाता है।

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    वार्ड नंबर 7 निवासी सुनील कुमार ने बताया कि उसके पास 65 वर्ग गज जमीन में दो कमरों का कच्चा मकान है। उसने बताया कि नगर परिषद द्वारा पिछले दिनों नगर परिषद हाउस टैक्स द्वारा उसे करीब 19 हजार का नोटिस भेजा गया है। जिसके चलते उसकी रातों की नींद हराम हो गई। सुनील ने बताया कि हाउस टैक्स नोटिस मिलने के अगले ही दिन वह अपनी दिहाड़ी छोड़कर नगर परिषद आया तो हाउस टैक्स ब्रांच में बैठे कर्मचारियों ने उसे मकान की रजिस्ट्री, नक्शा व हाउस टैक्स की रसीद लेकर आने के लिए कहा। उसने बताया कि नगर परिषद कर्मचारियों द्वारा मांगे गए सभी दस्तावेज उसने हाउस टैक्स ब्रांच में जमा करवा दिए थे। लेकिन उसके बावजूद हाउस टैक्स ठीक करने की बजाए उसके चक्कर कटवाए जा रहे हैं। सुनील ने बताया कि पिछले 15 दिन में वह करीब चार बार अपनी दिहाड़ी छोड़कर हाउस टैक्स ठीक करवाने के लिए नगर परिषद कार्यालय के चक्कर काट रहा है। परंतु वहां मौजूद कर्मचारियों का हर बार रटा-रटाया जवाब मिलता है।

    कर्मचारियों की कमी के चलते लोग काट रहे कार्यालयों के चक्कर

    नगर परिषद में 11 क्लर्कों का दूसरे विभागों में तबादला होने के कारण अब लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। पूरा दिन नगर परिषद के करीबन सभी कार्यालय खाली पड़े रहे और लोग अधिकारियों के आने का इंतजार करते रहे। हालांकि अभी क्लर्कों को रिलीव नहीं किया गया है, बावजूद इसके कोई भी कर्मचारी अपनी सीट पर मौजूद नहीं था। जब इस बारे पता लगाया गया तो मालूम हुआ कि जिन कर्मचारियों को अन्य विभाग अलाट किए गए है वे सभी विदाई पार्टी में मस्त हैं। 11 क्लर्कों के तबादले के अलावा एमई की पोस्ट भी खाली है। एमई की पोस्ट के लिए देवेंद्र गक्खड़ को एक साल का एक्सटेंशन दिया गया था। परंतु अब उनका कार्यकाल पूरा होने के कारण एमई का पद भी रिक्त हो गया है। वहीं लेखाकार का पद भी काफी दिनों से खाली पड़ा है। हालांकि पद पर नियुक्ति के लिए आदेश जारी हो चुके हैं। लेकिन लेखाकार ने अभी तक ज्वाइन नहीं किया है।

    कर्मचारियों के अनुपस्थिति में आन सभी बिजली उपकरण

    सोमवार को नगर परिषद में अधिकांश कर्मचारियों के न होने के चलते उनकी अनुपस्थिति में कमरे में लगे बिजली उपकरण ऐसी व पंखे खाली कुर्सियों को ठंडी हवा देने का काम कर रहे थे। जहां एक ओर अपने काम के लिए चक्कर काट कर इस उमस में लोगों का पसीना नहीं सुख रहा था वहीं नगर परिषद में खाली पड़े कमरों में शिमला जैसा तापमान था। बिजली के बिल को लेकर नगर परिषद पहले भी विवादों में रह चुकी है। बिजली के बिल का भुगतान नहीं किए जाने के चलते बिजली विभाग द्वारा नगर परिषद का कनेक्शन भी काटा जा चुका है। परंतु अब भी बड़े धड़ल्ले से बिजली का दुरुपयोग किया जा रहा है।