Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    स्टील उद्योगपति मदन लाल जिंदल का 98 वर्ष की उम्र में निधन, भाई ओपी जिंदल के साथ शुरू किया था व्यापार

    Updated: Thu, 30 Oct 2025 06:00 AM (IST)

    हिसार में, जिंदल परिवार के संस्थापक ओपी जिंदल के छोटे भाई मदन लाल जिंदल का 98 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने अपने भाइयों के साथ जिंदल ग्रुप की शुरुआत की और बाद में अपना स्टील उद्योग स्थापित किया, जो देश-विदेश में फैला। उनके अंतिम संस्कार में सांसद नवीन जिंदल सहित कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। उनके निधन से परिवार और उद्योग जगत में शोक की लहर है।

    Hero Image

    स्व मदन लाल जिंदल की फाइल फोटो।

    जागरण संवाददाता, हिसार। जिंदल परिवार को खड़ा करने वाले पूर्व मंत्री ओपी जिंदल के छोटे भाई मदन लाल जिंदल का निधन हो गया। वह 98 वर्ष के थे। दिल्ली रोड पर जिंदल हाउस में रहने वाले मदन लाल जिंदल का अंतिम संस्कार जिंदल परिवार की श्मशान भूमि में किया गया। उनके अंतिम संस्कार में भाजपा से सांसद नवीन जिंदल व शहर के प्रबुद्ध लोगों ने शोक व्यक्त किया। वह अपने पीछे तीन बेटे-एक बेटी सहित भरापूरा परिवार छोड़ गए है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पूर्व मंत्री स्व. ओपी जिंदल के सबसे छोटे भाई ने अपने भाइयों के साथ नलवा से हिसार आकर जिंदल ग्रुप शुरू किया था। करीब छह साल काम करने के बाद उनकी तरफ से अलग स्टील उद्योग शुरू किया जिसका काम पूरे देश और विदेश तक रहा।

    देश के हर राज्य में मदन लाल जिंदल की फैक्ट्री में बने पाइप व अन्य स्टील का सामान जाता है। परिवार से जुड़े सदस्यों ने बताया कि उद्योग शुरू करने के बाद कभी उन्होंने पीछे मुड़ कर नहीं देखा। वह पांच भाईयों में सबसे छोटे थे। मदन लाल पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे।

    परिवार के साथ जुड़े सदस्यों ने बताया कि मदन लाल इस उम्र में भी काफी बार अपनी फैक्ट्री में चले जाते थे। उद्योग में काम करने वाले कर्मचारियों को वह अपने परिवार की तरह रखते थे। अब उनका यह उद्योग के बेटे जनक राज जिंदल, योगराज जिंदल, प्रदीप राज जिंदल संभाल रहे हैं।

    उन्होंने बताया कि नलवा से आने के बाद वह व्यापार में ही जुट गए थे। अपने भाईयों के साथ मिलकर आज विश्व का अपने परिवार का नाम पहुंचाया। उनके निधन पर सांसद नवीन जिंदल पहुंचे और उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए। उनके भाई सहित परिवार के लोग पहुंचे थे। वहीं शहर के प्रबुद्ध लोगों ने उनकी अंतिम यात्रा में उनको अंतिम श्रद्धांजलि दी।