सड़कों के डिजाइन को लेकर होगा स्पेशल आडिट, सड़क हादसों की वजह तलाशेंगे हिसार के डीसी उत्तम सिंह
हिसार में सड़क हादसों को रोकने के लिए प्रशासन की ओर से कई ज़रूरी चीजें की जाएंगी। हिसार के डीसी उत्तम सिंह ने इस सम्बंध में जानकारी देते हुए बताया कि रोड मैपिंग से लेकर वाहनों की फिटनेस जांचने को लेकर हर तरह से निगरानी होगी
चेतन सिंह, हिसार : सड़क हादसों को रोकने के लिए प्रशासन की ओर से हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। जिले में पिछले एक माह ही सड़क दुर्घटनाओं पर नजर डाले तो 49 सडक़ दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें 38 हिसार और 11 हांसी में शामिल हैं। पिछले महीने जिले में 20 घातक सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें 19 हिसार और एक हांसी में हुई है। इन दुर्घटनाओं में 22 व्यक्तिओं की मृत्यु और 5 जख्मी हुए हैं।
इसके लिए स्पेशल टीम बनाकर रोड के डिजाइन को लेकर स्पेशल आडिट की जा रही है। इतना ही नहीं लोगों में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बढ़े इसको लेकर सीएसआइ एक्टिविटी भी करवाई जाएगी। स्कूलों की बसों की सुरक्षा को लेकर भी एक अभियान चलाया जाएगा। यह बात डीसी उत्तम सिंह ने दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में कही। डीसी ने कहा कि लोगों की जान कीमती है इसके लिए हर वह तरीका अपनाया जाएगा जिससे कि लोगों की जिंदगी बच सके।
1. सड़क हादसों को रोकने के लिए प्रशासन क्या कदम उठा रहा है?
हमने आज रोड सेफ्टी की बैठक की है। मैंने मीटिंग में रोड डिजाइन के लिए स्पेशल आडिट करने को कहा है। हमने इसकी शुरुआत एयरपोर्ट चौक और मिर्जापुर चौक से करेंगे। मैं एक हफ्ते बाद दोबारा एक बैठक करेंगे रिपोर्ट देखूंगा।
2. विभागों में आपस में समन्वय नहीं है, एक्शन देरी से होता है?
मैंने बीएंडआर और वन विभाग को आपस में कोर्डिनेशन बनाकर काम करने निर्देश दिए हैं। वन विभाग के पेड़ जिनकी टहनियां सड़क पर आती हैं उनको काटने से पहले बीएंडआर को परमिशन लेनी पड़ती है मगर अब ऐसा नहीं होगा। विभाग मिलकर काम करेंगे और जल्दी करेंगे।
3. सड़क हादसों को ओवरस्पीड बताकर पल्ला झाड़ लिया जाता है?
मुझे भी लगता है सड़क हादसों की वजह तलाशी जानी जरूरी है। इसके लिए मैंने कहा कि हर हादसे के बाद स्पाट पर जाकर पुलिस अनुसंधान करे और हर वजह देखी कि हादसा सांकेतिक चिह्न ना होने, विजिबलिटी कम होने, पशुओं से आदि किस तरह से हुआ है पुलिस इसका पता लगाएगी।
4. लोगों में यातायात नियमों तोड़ने का डर नहीं है?
इसके लिए मैंने स्पेशल निर्देश दिए हैं कि अोवरलोड, ओवरस्पीड और बिना हेल्मेट, बिना सीट बेल्ट और रांग साइड वाहनों के चालान ज्यादा से ज्यादा काटे जाएं। ऐसे वाहन दूसरों के लिए भी खतरा बनते हैं।
5. वाहनों की फिटनेस जांचने में लापरवाही बरती जाती है, ऐसे में प्रशासन क्या कदम उठाएगा।
मैं खुद इसकी मानिटरिंग करूंगा। फिटनेस सेंटरों पर रैंडमली जांच की जाएगी जो लापरवाही मिली उस पर एक्शन लिया जाएगा।