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रोहद टोल का स्कलाईलार्क कंपनी ने संभाला काम, शुल्क वसूली शुरू, वाहनों की लगी लंबी कतारें

एनएचएआइ ने इस टोल का टेंडर स्काईलार्क कंपनी को दिया है। कंपनी ने रोहद टोल प्लाजा पर काम संभाल लिया है। टोल शुल्क वसूलने के लिए सिस्टम स्थापित कर दिया गया। सीसीटीवी कंप्यूटर सिस्टम फास्टैग कार्ड रीडर आदि मशीनें इंस्टाल फटाफट कर आज टोल को शुरू कर दिया गया है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Fri, 31 Dec 2021 10:56 AM (IST)Updated: Fri, 31 Dec 2021 10:56 AM (IST)
किसान आंदोलन की वजह से एक साल तक टोल शुल्क रहा था बंद अब हुआ शुरू

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: दिल्ली रोहतक रोड पर रोहद टोल प्लाजा पर टोल शुल्क शुरू हो गया है। टेंडर आवंटित कर दिया गया था। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने इस टोल का टेंडर स्काईलार्क कंपनी को दिया है। कंपनी ने रोहद टोल प्लाजा पर काम संभाल लिया है। टोल शुल्क वसूलने के लिए सिस्टम स्थापित कर दिया गया। सीसीटीवी, कंप्यूटर सिस्टम, फास्टैग, कार्ड रीडर आदि मशीनें इंस्टाल फटाफट कर आज टोल को शुरू कर दिया गया है। टोल पर लंबी लंबी वाहनों की लाइन लगी हुई है। टोल पर झगड़े भी हो रहे हैं नई कंपनी के कर्मचारियों पर लोगों से बदतमीजी करने का आरोप लग रहा है।

जिनके फास्टैग लगे हुए हैं उनसे भी पैसे के लिए जा रहे हैं। जिनके लोकल पास है वे भी टोल कर्मियों से उलझ रहे हैं। वाहनों की लंबी लाइन लगी है। पुलिसकर्मी भी पहुंचे हैं। कंपनी के कर्मचारियों से ट्रैफिक को मैनेज करने के लिए कहा जा रहा है। इधर टोल कंपनी के कर्मचारी पहला दिन होने के कारण कुछ अव्यवस्था होने की बात कह रहे हैं। कंपनी व एनएचएआई के अधिकारियों ने वाहन चालकों से अपील की है कि वे अपने फास्टैग काे रिचार्ज करवा लें। बिना फास्टैग दोगुणा टोल शुल्क वसूला जाएगा।

फास्टैग लगाने व रिचार्ज करने के लिए टोल पर विभिन्न बैंकों के कर्मचारी यह सुविधा दे रहे हैं। गौरतलब है कि किसान आंदोलन के कारण 25 दिसंबर 2020 को यह टोल एक साल तक बंद रहा था। ऐसे में सारा पुराना सिस्टम खराब हो गया था। वायरिंग व नेटवर्क खराब हो चुका है। सीसीटीवी कैमरों का नेटवर्क भी खराब है। साथ ही पुरानी कंपनी की ओर से अपना सारा सिस्टम यहां से हटा लिया है तो इस टोल प्लाजा पर टोल शुल्क वसूली का काम शुरू करने से पहले पूरा सिस्टम लगाना पड़ेगा। यह कार्य अब नई टोल कंपनी ने शुरू कर दिया है। गत 11 दिसंबर को जब किसान आंदोलन खत्म हुआ तो इस टोल को चालू करने की बात सामने आई, लेकिन एनएचएआइ ने पुरानी कंपनी को टोल शुल्क वसूलने की अनुमति नहीं दी थी।

साथ ही एनएचएआइ ने नई एजेंसी के लिए टेंडर लगाया था। अब यह टेंडर आवंटित कर दिया गया है। एनएचएआइ की सोनीपत स्थित प्रोजेक्ट इंप्लीमेंटेशन यूनिट के प्रभारी आनंद दहिया ने बताया कि रोहद टोल को चलाने के लिए टेंडर आवंटित कर दिया गया है। इसकी सूचना हमें मुख्यालय से मिल गई है। स्काईलार्क कंपनी को यह टेंडर दिया गया है।


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