रोहतक पीजीआइ में बनेगी छह मंजिला इमरजेंसी इमारत, नहीं झेल पा रही मरीजों का दबाव
रोहतक पीजीआइ में बनने वाली नई इमरजेंसी बिल्डिंग में 250 बेड की व्यवस्था भी रहेगी। मेडिसिन व सर्जरी के लिए यहां 60 बेड की व्यवस्था रहेगी। पीडियाटिक्स व रेस्पिटरी मेडिसिन के लिए 40-40 बेड यहां पर होंगे। विभिन्न विभागों के लिए यहां पर 50 बेड की व्यवस्था अलग से रहेगी।

रोहतक, विक्रम बनेटा। रोहतक के पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय में दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल की तर्ज पर ट्रामा सेंटर के पास खाली जगह में छह मंजिला इमरजेंसी बिल्डिंग बनाई जा रही है। इमरजेंसी बिल्डिंग में फिलहाल 250 बेड का प्रावधान रखा गया है। नई बिल्डिंग भी ट्रामा सेंटर की तरह से ही पूरी तरह से सेंट्रलाइज्ड एसी रहेगी। बिल्डिंग प्लान फाइनल करने के लिए पीजीआइ प्रबंधन का एक दल इसी सप्ताह सफदरजंग अस्पताल दिल्ली का निरीक्षण करेगा। प्रदेश सरकार की ओर से 57 करोड़ रुपये का बजट पास किया जा चुका है लेकिन कोविड के कारण दो साल से मामला अटका हुआ था। बिल्डिंग प्लान के अनुसार सरकार की ओर से फंड बढ़ाया भी जा सकता है।
मरीजों का दबाव नहीं झेल पा रही पुरानी इमरजेंसी
30 साल पहले बनी पुरानी इमरजेंसी बिल्डिंग अब जर्जर हो चली है। मरीजों के दबाव नहीं ङोल पा रही है, क्योंकि यहां पर हर रोज एक हजार से अधिक मरी आते हैं। उस समय की जरूरतों के लिहाज से इसे बनाया गया था लेकिन वर्तमान में यहां के इंतजाम नाकाफी पड़ रहे हैं। जब भी कोई बड़ा हादसा होता है तो यहां पर बेड की संख्या कम पड़ जाती है। ऐसे हालात में मरीजों के अटेंडेंट का गुस्सा डाक्टरों को झेलना पड़ता है।
इमरजेंसी मेडिसिन विभाग भी होगा शिफ्ट
छह मंजिला इमरजेंसी बिल्डिंग में इमरजेंसी मेडिसिन विभाग भी होगा। इसके अलावा यहां पर आइसीयू व आपरेशन थियेटर की सुविधा रहेगी। ट्रामा सेंटर के साथ कनेक्टिविटी होने के चलते यहां के मरीजों को शिफ्ट करने में आसानी रहेगी। क्योंकि वर्तमान में टेस्ट के लिए भी मरीजों को रेडियोलाजी विभाग लेकर जाना पड़ता है। यहां पर एक ही छत के नीचे मरीजों को सभी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। इसका फायदा मरीजों को होगा, जो उपचार आदि के लिए बिल्डिंग के इधर-उधर भागते रहते हैं।
250 बेड की रहेगी यहां व्यवस्था
नई इमरजेंसी बिल्डिंग में 250 बेड की व्यवस्था भी रहेगी। मेडिसिन व सर्जरी के लिए यहां 60 बेड की व्यवस्था रहेगी। वहीं पीडियाटिक्स व रेस्पिटरी मेडिसिन के लिए 40-40 बेड यहां पर होंगे। इसके इलावा विभिन्न विभागों के लिए यहां पर 50 बेड की व्यवस्था अलग से रहेगी। यहां के एक फ्लोर पर स्पोर्टस इंजरी विभाग भी चलाया जाएगा। वहीं भूतल पर प्रशासनिक भवन व दूसरी व्यवस्थाएं की जाएंगी।
निदेशक के अनुसार
पीजीआइ में नई इमरजेंसी के प्रस्ताव पर कार्य चल रहा है। सफदरजंग दिल्ली के भवन का भी निरीक्षण किया जाना है। नया भवन बनने से यहां के मरीजों को काफी फायदा मिलेगा। ट्रामा सेंटर साथ में होने के कारण मरीज शि¨फ्टग व टेस्ट में सुविधा बढ़ेगी। मरीजों के हित में वे प्रयासरत हैं।
----डा. एसएस लोहचब, निदेशक, पीजीआइएमस रोहतक।
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