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    गलियों में व्‍यर्थ बहता देख पानी बचाने की छेड़ी मुहिम, राष्‍ट्रीय स्‍तर पर सम्‍मानित हो चुका मौजदीन का बलदेवराज

    By Manoj KumarEdited By:
    Updated: Tue, 28 Sep 2021 11:35 AM (IST)

    जल संरक्षण व सामाजिक कार्य के लिए बलदेव राज राष्ट्रीय युवा पुरस्कार से भी सम्मानित हो चुके हैं। बलदेव राज को वर्ष 2006 में केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर ने राष्ट्रीय युवा पुरस्कार देकर भी सम्मानित किया। बलदेव राज ने 1992 में शहीद उधम सिंह युवा विकास क्लब का गठन किया।

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    पानी बचाने की मुहिम की नेहरू युवा क्लब से जुड़कर की शुरुआत, राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित हो चुके बलदेव राज

    जागरण संवाददाता, सिरसा। पानी की एक एक बूंद कीमती है। गांव मौजदीन का बलदेव राज पानी की बूंद बूंद बचाने के लिए संदेश दे रहा है । पिछले 20 सालों से पानी की बचत करने का संदेश देने में जुटे हुए हैं। यह आइडिया उन्होंने गांव में जब भी पेयजल सप्लाई छोड़ी जाती गांवों में सार्वजनिक व घरों में नल पर टोंटी नहीं लगी होने से पानी गलियों में बहता रहता। गलियों में व्यर्थ बहते जल को रोकने के लिए ग्रामीणों को जागरूक करने का फैसला लिया। मगर ग्रामीणों द्वारा पहले कोई सहयोग नहीं मिलने पर अपने संघर्ष जारी रखा। इससे अब गांव ही क्षेत्र के अनेक गांवों के ग्रामीण पानी के महत्व को समझने लगे हैं।

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    राष्ट्रीय युवा पुरस्कार से हो चुके हैं बलदेव राज सम्मानित

    जल संरक्षण व सामाजिक कार्य के लिए बलदेव राज राष्ट्रीय युवा पुरस्कार से भी सम्मानित हो चुके हैं। बलदेव राज को वर्ष 2006 में केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर ने राष्ट्रीय युवा पुरस्कार देकर भी सम्मानित किया। गांव जल संरक्षण व अन्य सामाजिक कार्य करने के लिए बलदेव राज ने 1992 में शहीद उधम सिंह युवा विकास क्लब का गठन किया। गांव में सबसे पहले बलदेव राज ने जल संरक्षण के लिए जागरूक किया गया। घरों व सार्वजनिक स्थानों पर नलों के टूंटी लगवाने का कार्य किया गया।

    गांव में मुहिम सफल होने पर बलदेव राज ने दूसरे गांवों में जाकर जल संरक्षण के लिए कार्य शुरू कर दिया। नहीं बंद करने दिए ट्यूबेवल, बारिश का पानी डाला ट्यूबेवल में गांव में वर्ष 2000 में 60 फुट पर लगे ट्यूबवेल बंद हो गये। जिस पर किसानों ने दूसरे स्थानों पर ट्यूबेवल लगवाने शुरू कर दिए। किसान पहले लगे ट्यूबवेल को मिट्टी से बंद करने लगे। बलदेव राज ने किसानों से अपील कर ट्यूबवेलों को बंद नहीं करने दिए। इसके बाद किसानों की मदद से बारिश का पानी ट्यूबवेल में डलवाने का कार्य किया। इससे गांव में पानी का स्तर

    भी बढ़ने लगा।

    जल संदेश देने के लिए चले पैदल

    जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए गांव से जींद जिले तक पैदल यात्रा भी बलदेव राज ने निकाली। वहीं कई बार साइकिल यात्रा व जागरूकता कैंप का आयोजन कर चुके हैं। मौजूदा समय में बलदेव राज जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन में खंड संयोजक के तौर पर कार्य कर लोगों को जल संरक्षण के लिए कार्य कर रहे हैं।