एससी-बीसी यूनियन नेताओं का अनिश्चितकालीन धरना जारी, एसडीओ पर कार्रवाई की मांग
एसडीओ ने आरोप लगाया कि कर्मचारी यूनियन के नेताओं ने उनके साथ मारपीट की। एससी-बीसी यूनियन ने आरोपों को निराधार बताते हुए एसडीओ पर जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया
संवाद सहयोगी, हांसी : एसडीओ से मारपीट करने के आरोपों में निलंबित किए गए कर्मचारियों को बहाल करने व एसडीओ पर मुकदमा दर्ज करवाने की मांग को लेकर एससी-बीसी यूनियन के नेताओं का अनिश्चितकालीन धरना भिवानी रोड कार्यालय के बाहर दूसरे दिन भी जारी रहा। प्रदेश भर के नेता यहां धरने पर बैठे हुए हैं। यूनियन के कर्मचारियों ने प्रशासन व निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की व एसडीओ पर भी कार्रवाई करने की मांग की। बता दें कि मंगलवार को भिवानी रोड कार्यालय में एससी-बीसी यूनियन के नेताओं का एसडीओ विकास ठकराल के साथ झगड़ा हो गया था।
एसडीओ ने आरोप लगाया था कि कर्मचारी यूनियन के नेताओं ने उनके साथ मारपीट की थी। वहीं एससी-बीसी यूनियन के नेताओं ने आरोपों को निराधार बताते हुए एसडीओ पर जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था। इस मामले में बिजली निगम द्वारा 14 कर्मचारियों को सस्पेंड किया जा चुका है। वहीं यूनियन अपने कर्मचारियों के समर्थन में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं व एसडीओ पर भी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि पुलिस में उनकी तरफ से शिकायत दी गयी थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। प्रदेश के विभिन्न इलाकों से कर्मचारी नेता यहां पहुंच रहे हैं व धरने को समर्थन दे रहे हैं। वहीं पुलिस ने अभी इस मामले में किसी कर्मचारी को गिरफ्तार नहीं किया है। धरनास्थल पर धर्मबीर सैलवाल, रोहताश वर्मा, राजेश राठी, रमेश, राजेंद्र गहलोत, रणवीर फुलिया आदि नेता मौजूद थे।
गैर हाजिर कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई धरने पर बैठे कर्मचारियों की अनुपस्थिति लगाई जा रही है। इस मामले में निगम ने आरोपित कर्मचारियों को सस्पेंड भी किया है। हर कर्मचारी को निगम के नियमों की पालना करनी होगी।
- संकल्प परिहार, एक्सईएन