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    Rohtak Jat college akhada murder case: वीसी से हुई कोच सुखवेंद्र और उसके साथी की पेशी

    By Umesh KdhyaniEdited By:
    Updated: Thu, 08 Jul 2021 06:55 PM (IST)

    रोहतक के जाट कॉलेज के अखाड़े में 12 फरवरी को नृशंस हत्याकांड हुआ था। छह लोगों को गोलियां मारकर मौत के घाट उतार दिया गया था। कोच सुखवेंद्र पर आरोप लगे थे। आरोपित मनोज ने सुखवेंद्र को हथियार सप्लाई किया था।

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    दोनों आरोपितों को 20 जुलाई को कोर्ट में लाकर पेश करना होगा।

    जागरण संवाददाता, रोहतक। जाट कालेज अखाड़े में हुए नृशंस हत्याकांड के मामले में वीरवार को एसीजेएम (एडिशनल चीफ ज्यूडीशियल मजिस्ट्रेट) ईशा खत्री की कोर्ट में सुनवाई हुई। इसमें दोनों आरोपितों की वीडियो कांफ्रेंसिंग से पेशी कराई गई। साथ ही अगली सुनवाई के लिए 20 जुलाई की तारीख दी गई है। अगली तारीख पर दोनों आरोपितों को कोर्ट में लाकर पेश करना होगा।

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    बता दें, कि 12 फरवरी 2021 को जाट कालेज के अखाड़े में कोच मनोज मलिक, उसकी पत्नी साक्षी, कोच प्रदीप, कोच सतीश, महिला पहलवान पूजा और तीन वर्षीय सरताज की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अखाड़े के ही कोच सुखवेंद्र ने हत्याकांड को अंजाम दिया था। आरोपित को दूसरे ही दिन दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। पीड़ित पक्ष के अधिवक्ता जय हुड्डा ने बताया कि मुख्य आरोपित सुखवेंद्र और हथियार सप्लाई करने वाले आरोपित मनोज को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जेल प्रशासन ने पेश किया।

    पीड़ित पक्ष ने उठाए थे जांच पर सवाल

    इस मामले में पीड़ित पक्ष की तरफ से पुलिस की जांच पर भी सवाल उठाए थे। इसके बाद एसपी ने आश्वासन दिया था कि मामले में सप्लीमेंट्री चार्जशीट पेश की जाएगी, लेकिन अभी तक सप्लीमेंट्री चार्जशीट पेश नहीं की गई। अगली तारीख पर दोनों आरोपितों को कोर्ट में लाकर पेश करना होगा। इस प्रकरण में आरोपित को हथियार उपलब्ध कराने वाले मनोज ने जमानत याचिका भी दायर की थी, लेकिन कोर्ट ने उसे खारिज कर दिया था। गौरतलब है कि यह मामला काफी सुर्खियों में रहा था।

    अखाड़े की कमाई बनी थी हत्याओं की वजह 

    जाट कालेज के अखाड़े में फरवरी माह में हुए नृशंस हत्याकांड को अखाड़े की कमाई की वजह से अंजाम दिया गया था। अखाड़े का पूरा खर्च संस्था उठाती थी, जबकि पहलवानों से मिलने वाली फीस को मनमर्जी के मुताबिक आपस में बांटा जाता था। कमाई का ज्यादा हिस्सा नहीं मिलने पर आरोपित सुखवेंद्र ने इस नृशंस हत्याकांड को किया था। पुलिस की तरफ से आठ अप्रैल को कोर्ट में चार्जशीट पेश की गई थी। चार्जशीट पेश होने के बाद अब 24 जून को अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश गगनजीत कौर की फास्ट ट्रैक कोर्ट में पहली सुनवाई होनी थी।

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