सबसे कम उम्र में एवरेस्ट फतह करने वाली शिवांगी को राष्ट्रपति ने दिया बाल शक्ति पुरस्कार
शिवांगी ने कहा कि उनको राष्ट्रपति से मिलकर काफी हर्ष हुआ। उसने कभी सपने में नहीं सोचा था कि वह इस स्तर पर पहुंच पाएंगी। शिवांगी ने बताया कि जब वह एवरेस्ट चढ़ी तब वह 16 साल की थी
हिसार, जेएनएन। 16 साल की उम्र में नेपाल की तरफ से एवरेस्ट को फतह करने वाली पर्वतारोही शिवांगी पाठक को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बाल शक्ति पुरस्कार देकर सम्मानित किया। यह शिवांगी को स्पोटर्स कोटे में मिला है। राष्ट्रपति भवन में हुए कार्यक्रम में उनके परिवार के लोग भी गए हुए थे। शिवांगी ने 16 मई 2018 को एवरेस्ट को फतह किया था।
हिसार-दिल्ली बाईपास पर मौजूद ग्लोबल स्पेस में रहने वाली शिवांगी पाठक को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने बाल शक्ति पुरस्कार के लिए चुना था। स्पोटर्स कोटे में चुना जाने के बाद उनको दिल्ली रिहसर्ल के लिए बुलाया गया था। मंगलवार को शाम पांच बजे राष्ट्रपति भवन में हुए कार्यक्रम में शिवांगी को सम्मानित किया गया। उनकी तरफ से सम्मान स्वरूप पत्र दिया गया।
शिवांगी ने कहा कि उनको राष्ट्रपति से मिलकर काफी हर्ष हुआ है। उसने पहले कभी सपने में नहीं सोचा था कि वह इस स्तर पर पहुंच पाएंगी। उनकी मां आरती पाठक ने पिछले दिनों बाल शक्ति पुरस्कार के लिए उनका नाम का फार्म भरा था। उनको 11 जनवरी को जब पता चला तो वह काफी खुश हुई। उनकी एक अलग पहचान बने यह सोच कर वह पर्वतारोही बनी। आज वह मुकाम को पाने में कामयाब हुई है।
शिवांगी ने बताया कि जब वह एवरेस्ट चढ़ी तब वह 16 साल की थी। छह अप्रैल 2018 को नेपाल की तरफ से चढ़ाई शुरू की और 16 मई 2018 को फतह की थी।