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    रोहतक को इलेक्ट्रिक हब बनाने की तैयारी, तलाशी जा रही हैं संभावनाएं, हो रहा मंथन

    By Manoj KumarEdited By:
    Updated: Sun, 17 Jul 2022 04:50 PM (IST)

    रोहतक में ईवी हब बनाने की संभावनाएं तलाशने के लिए उद्यमी लगातार अधिकारियों को बुला रहे हैं। एनआइटी कुरुक्षेत्र के अधिकारी दो-तीन बार दौरा कर चुके हैं। ...और पढ़ें

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    रोहतक को हब बनाया जा सकता है कि नहीं इन्हीं संभावनाओं पर मंथन किया

    जागरण संवाददाता, रोहतक। रोहतक को इलेक्ट्रिक व्हीकल्स(ईवी) बनाने की मांग ने जोर पकड़ लिया है। फिलहाल उसके बेहतर परिणाम भी सामने आ रहे हैं। रोहतक में ईवी हब बनाने की संभावनाएं तलाशने के लिए उद्यमी लगातार अधिकारियों को बुला रहे हैं। एनआइटी कुरुक्षेत्र के अधिकारी दो-तीन बार दौरा कर चुके हैं। अब फोरेन कापरेशन डिपार्टमेंट के सीएम एडवाइजर पवन चौधरी रोहतक में उद्यमियों से वार्ता करने पहुंचे। एमएसएमई चैंबर आफ कामर्स आटोमोटिव सोसाइटी के पदाधिकारियों की मांग पर रोहतक को हब बनाया जा सकता है कि नहीं इन्हीं संभावनाओं पर मंथन किया।

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    एमएसएमई चैंबर आफ कामर्स आटोमोटिव सोसाइटी के प्रेसीडेंट संदीप मुंजाल ने बताया कि अभी हमारे लिए यह अच्छे संकेत हैं कि अधिकारियों का सकारात्मक तौर से हर बिंदु पर काम कर रहे हैं। इन्होंने बताया कि आइएमटी के एमएसएमई सेंटर में फोरेन कापरेशन डिपार्टमेंट के सीएम एडवाइजर ने रोहतक में विजिट किया। इन्होंने बताया कि यदि प्रयास सफल रहे तो हम स्वदेशी अभियान और मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के के लिए कई उद्यमी एक मंच रहकर कार्य करेंगे। एमएसएमई सेंटर के डीजीएम अश्वनी कांत के अलावा उद्यमी सुशील बंसल, बिट्टू मल्होत्रा, विजय हरजाई, राज सिंह पटेल ने अपने सुझाव भी दिए।

    एनआइटी और एनआइडी ने दे चुके हैं सहयोग का आश्वासन

    एमएसएमई चैंबर आफ कामर्स आटोमोटिव सोसाइटी पिछले तीन साल से इलेक्ट्रिक व्हीकल हब बनाने की मांग है। एनआइटी(नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी) कुरुक्षेत्र और एनआइडी(नेशनल इंस्टीट्यूट आफ डेवलपमेंट) कुरुक्षेत्र के अधिकारी निरीक्षण कर चुके हैं। एनआइटी के अधिकारी टेक्नोलाजी देने में मदद का आश्वासन दे चुके हैं। इसी तरह से एनआइडी के अधिकारी भी यहां ईवी हब को विकसित में मदद करेंगे। अभी तक करीब छह से सात बार बैठक और निरीक्षण हो चुके हैं।

    50 एकड़ जमीन की होगी जरूरत

    रोहतक को नट-बोल्ट कारोबार के लिए जाना जाता है। मगर इलेक्ट्रानिक वाहनों के आने से इस कारोबार को नुकसान हो रहा है। इसलिए रोहतक को ईवी हब में विकसित करने की योजना पर मंथन चल रहा है। सोसाइटी के प्रेसीडेंट संदीप मुंजाल ने बताया कि रोहतक में 50 एकड़ जमीन चाहिए। यहां पार्ट्स और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स बनाने का प्रस्ताव तैयार किया है। संबंधित जमीन पर सीवरेज, पेयजल आपूर्ति, स्ट्रीट लाइट, यातायात व्यवस्था बेहतर करने के के लिए सड़क भी निर्मित हो। बाहरी लोगों के ठहराव के लिए रेस्ट हाउस जैसे कोई सुविधा, पार्क, पार्किंग, कचरा निष्पादन केंद्र भी यहां निर्मित होना चाहिए। उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार को इन बिंदुओं पर जानकारी दी जा चुकी है।