Move to Jagran APP

बेटी 18 साल की हुई तो खुद चुन लेगी वर, इस डर से हरियाणा में बेटियां बन रहीं बालिका वधू

ग्रामीण इलाकों में आज भी नाबालिग बेटियों की शादी कर रहे अभिभावक। खुद वर चुनने से समाज में बेइज्‍जती होने का बता रहे डर। अकेले रोहतक में डेढ़ साल में रुकवाई 15 नाबालिगों की शादी

By Manoj KumarEdited By: Published: Thu, 02 Jul 2020 12:31 PM (IST)Updated: Thu, 02 Jul 2020 12:31 PM (IST)
बेटी 18 साल की हुई तो खुद चुन लेगी वर, इस डर से हरियाणा में बेटियां बन रहीं बालिका वधू
बेटी 18 साल की हुई तो खुद चुन लेगी वर, इस डर से हरियाणा में बेटियां बन रहीं बालिका वधू

रोहतक [विनीत तोमर] माता-पिता जिस बेटी को पाल-पोसकर बड़ी करते हैं, बाद में समाज में असुरक्षा की भावना के चलते उसी बेटी को बालिका वधू बनाने से भी पीछे नहीं हट रहे। अकेले रोहतक में पिछले डेढ़ साल में जिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी की टीम के सामने 15 नाबालिगों की शादी के मामले आए। जिन्हें ऐन वक्त पर पहुंचकर रुकवाया गया। ऐसा ही हरियाणा के अन्‍य जिलों में भी सामने आ रहा है। नाबालिग बेटियों की शादी के पीछे गरीबी को सबसे बड़ी वजह माना जाता है, लेकिन जिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी की टीम ने जब इन मामलों में माता-पिता से बातचीत की तो जो वजह सामने आई वह हैरान कर देने वाली है।

loksabha election banner

इसकी बड़ी वजह है आज भी कुछ माता-पिता की रूढि़वादी और लिंगभेद की सोच। उनका मानना होता है कि बेटी अगर 18 साल की हो गई तो उसे कई कानूनी अधिकार मिल जाएंगे और वह अपना जीवनसाथी खुद चुन सकती है। जिससे समाज में उनकी इज्जत नहीं रहेंगी। बेटियों के प्रति उन्हें असुरक्षा की भावना भी रहती है। ऐसे माता-पिता का मानना होता है कि शादी के बाद चूल्हा-चौका ही तो करना है, इसलिए वह कम उम्र में ही शादी कर देते हैं। दरअसल, भारतीय कानून के अनुसार लड़कियों की शादी की उम्र 18 साल और लड़कों की शादी की उम्र 21 साल तय की गई है। लेकिन आज भी माता-पिता नाबालिगों की शादी करने से पीछे नहीं हट रहे।

डर से की वजह हो रही नाबालिग बेटे की भी शादी

इन मामलों में तीन केस ऐसे भी आए हैं, जिसमें माता-पिता अपने नाबालिग बेटे की शादी कर रहे थे। जब उनसे नाबालिग बेटे की शादी की वजह पूछी गई तो उन्होंने अपनी अलग ही वजह बताई। जिन्होंने बताया कि आजकल बेटियों की शादी करना आसान है, लेकिन बेटे के लिए बहू लाना मुश्किल हो रहा है। इसलिए भले ही बेटे की कम उम्र हो, जैसे ही कोई रिश्ता आया तो वह शादी करने के लिए तैयार हो जाते हैं।

दो दिन पहले रुकवाई तीन शादियां

जिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी करङ्क्षमद्र कौर की टीम ने दो दिन पहले ही कलानौर और महम थाना क्षेत्र में तीन नाबालिग लड़कियों की शादी रुकवाई थी। इसमें भी माता-पिता का तर्क था कि खराब माहौल के चलते वह जल्दी शादी करना चाहते हैं। जबकि एक परिवार ने तर्क दिया था कि बड़ी बेटी की शादी हो रही है तो शादी में छोटी की भी कर दी जाए। इस जिम्मेदारी से भी मुक्ति मिलेगी।

----

''पिछले कुछ समय में यह मामले आए हैं। जिसमें कई अलग-अलग वजह सामने आई। माता-पिता में लड़कियों को लेकर असुरक्षा की भावना रहती है, जो समाज ने पैदा की है, लेकिन उसका खामियाजा कम उम्र में शादी कर लड़की को भुगतना पड़ता है। ऐसे माता-पिता को सोच बदलनी होगी। बेटियां आज भी आसमान की बुलंदियों को छू रही है।

                                            - करमिंद्र कौर, जिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी, रोहतक।

                                               

यह भी पढ़ें: अमित ने पुलिसकर्मियों के हत्‍या करने बाद मां को किया फाेन, नहीं मानी सरेंडर करने की नसीहत

यह भी पढ़ें:  ज्ञानी हरप्रीत सिंह का बड़ा बयान- खालिस्तान के नाम पर पकड़े गए युवकों की पैरवी करे SGPC
 

यह भी पढ़ें: बीएसफ जवान की गाड़़ी से गिरकर मौत, सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से गहराया सस्‍पेंस 


यह भी पढ़ें: घोषणा हुए बिना सप्ताह भर से कृष्‍णपाल गुर्जर को मिल रही थीं अध्यक्ष बनने की बधाइयां


पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.