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    कन्या भ्रूण हत्या की पुख्ता जानकारी देने पर मिलेगा एक लाख का इनाम, अल्ट्रसाउंड केंद्रो पर निगरानी के निर्देश

    By Manoj KumarEdited By:
    Updated: Sat, 17 Sep 2022 08:04 AM (IST)

    लिंगानुपात में सुधार के लिए जिले में कड़ा अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। कन्या भ्रूण हत्या के बारे में पुख्ता जानकारी देने वालों को एक लाख रुपये की इनामी राशि दी जाएगी। अप्रैल 2021 से मार्च 2022 तक पांच लोगों को एक-एक लाख रुपये दिए जा चुके हैं।

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    कन्या भ्रूण हत्या की सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गुप्त रखा जाता है।

    जागरण संवादादाता, हिसार: उपायुक्त उत्तम सिंह ने लिंगानुपात में सुधार के लिए जिले में कड़ा अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। उपायुक्त ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या के बारे में पुख्ता जानकारी देने वालों को एक लाख रुपये की इनामी राशि दी जाएगी। अप्रैल 2021 से मार्च 2022 तक पांच लोगों को एक-एक लाख रुपये दिए जा चुके हैं। सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गुप्त रखा जाता है।

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    शुक्रवार को पीसीपीएनडीटी एक्ट-1994 की समीक्षा बैठक में उन्होंने स्वास्थ्य व संबंधित विभागों के अधिकारियों को अल्ट्रासाउंड केंद्रों की नियमित निगरानी तथा खराब प्रदर्शन वाले खंडों में विशेष अभियान चलाने की भी हिदायत दी।

    बैठक में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के स्टेट कोर्डिनेटर डा. जीएल सिंघल ने भी अधिकारियों से कहा कि वे जिले के लिंगानुपात में सुधार के लिए पूरी गंभीरता और आपसी तालमेल के साथ कार्य करें। सीएमओ डा. गोबिंद गुप्ता, एसएमओ डा. प्रभु दयाल, एएसएमओ डा. कामिद मोंगा जिले में चलाए जा रहे अभियान के बारे में जानकारी दी।

    मिर्चपुर के आंकड़े उम्मीद से बेहतर, उकलाना का प्रदर्शन खराब

    बैठक में सभी खंडों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के अंतर्गत क्षेत्रों की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए उपायुक्त को अवगत करवाया गया कि इस वर्ष अगस्त तक जिले का लिंगानुपात 904 है। मिर्चपुर में लिंगानुपात 1055, सीसवाल में 1050, सिसाय में 982, खांडाखेड़ी में 949, बरवाला में 940, मंगाली में 931 तथा सोरखी में 924 बना हुआ है। आर्य नगर का लिंगानुपात 906 और उकलाना का लिंगानुपात 863 है, जो जिले में सबसे खराब है। उपायुक्त ने खराब प्रदर्शन वाले क्षेत्रों में सघ्र निगरानी के साथ व्यापक अभियान चलाने के निर्देश दिए

    अल्ट्रासाउंड केंद्रों की हो नियमित निगरानी

    बैठक में बताया गया कि पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत जिले में वर्ष-2001 से अल्ट्रासाउंड केंद्रों के पंजीकरण की प्रक्रिया आरंभ हुई थी। अभी तक 190 यूएसजी केंद्रों का पंजीकरण किया जा चुका है। इनमें से 108 केंद्र कार्यान्वित हैं। इसके अतिरिक्त एमटीपी एक्ट में 57 पंजीकरण हुए हैं। उपायुक्त उत्तम सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को एक कमेटी का गठन कर इन केंद्रों की नियमित रूप से जांच करने की हिदायत दी।

    साल-2022 में अभी तक हुई तीन सफल रेड

    पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत अगस्त माह तक जिले में तीन सफल रेड करते हुए आरोपितो के विरूद्घ एफआईआर दर्ज करवाई गई है। इनमें दो रेड राज्य से बाहर की गई है। उपायुक्त ने कहा कि इस क्षेत्र में अधिकारियों को कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। उन्होंने महिला एवं बाल विकास अधिकारी से कहा कि वे अपने अमले के माध्यम से ऐसे लोगों की पहचान करें जो इस गलत कार्य से जुड़े हैं।