अब एसपी करेंगे डा. पूनिया के वीडियो की जांच
डा. पूनिया वीडियो में कह रहे हैं कि डीसी के पीए कोरोना पॉजिटिव आने पर सिविल अस्पताल में दाखिल हुए थे। यहां आने के बाद उनके पास पीए का फोन आया था कि वह ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, हिसार : मुख्यालय से मिले आदेश के बाद सीएमओ ने स्वास्थ्य विभाग के डा. रमेश पूनिया का वीडियो वायरल होने के मामले में एसपी को जांच करने के लिए पत्र लिखा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से मामले में जांच की गई थी। जिसकी रिपोर्ट पंचकूला स्थित स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा के महानिदेशक को भेजी गई थी। अब मामले में वीडियो की आवाज की जांच करवाकर रिपोर्ट भेजने के आदेश दिए गए हैं। 25 नवंबर को महानिदेशक को पत्र लिखकर सीएमओ ने आगामी कार्रवाई के लिए मार्गदर्शन मांगा था। ये वीडियो हुई थी वायरल
डा. रमेश पूनिया वीडियो में सिविल अस्पताल में वेंटिलेटर न चलने पर कटाक्ष करते हुए कह रहे थे कि एमपी कोटे के रोटरी क्लब के 8 वेंटिलेटर अस्पताल में पड़े है। उनकी कोई सुध लेने वाला नहीं है। तड़प-तड़प कर हांसी में एक मरीज की मौत हुई है। वहां वेंटिलेटर चालू होता तो मरीज बच जाता। कोरोना के दौरान आम आदमी की दिक्कत यहीं है कि यहां सरकारी सुविधा नहीं है। जिसके चलते मरीजों को अग्रोहा मेडिकल रेफर किया जा रहा है।
वहीं उन्होंने एयरपोर्ट उद्घाटन को लेकर भी कटाक्ष किया था। इसके अलावा विधायक का जिक्र करते हुए कहा था वे जब वोट मांगने आए थे तो उस दौरान टाउन पार्क में सुधार की मांग की थी, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। इसके बाद वह कहते हैं कि महाराष्ट्र के मंत्री की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर वे सबसे पहले सरकारी अस्पताल में गए थे। डर के चलते अधिकारियों ने वहां सभी सुविधाएं मुहैया करवाई थी। मैं यहीं चाहता हूं कि सरकारी अस्पतालों में भी आम जनता को वहीं सुविधाएं मिले, जो प्राइवेट अस्पतालों में दी जाती है।
डा. पूनिया वीडियो में कह रहे हैं कि डीसी के पीए कोरोना पॉजिटिव आने पर सिविल अस्पताल में दाखिल हुए थे। यहां आने के बाद उनके पास पीए का फोन आया था कि वहां स्वीपर ऑक्सीजन लेवल चेक कर रहे हैं। इसके बाद वह निजी अस्पताल में भर्ती हुए थे। अंत में डा. पूनिया वीडियो में कहते हैं कि जहाज चलाएंगे, वेंटिलेटर तो चला नहीं पा रहे हैं।
वेंटिलेटर व ऑक्सीजन की सुविधा न मिलने पर अग्रोहा रेफर हुए थे दो मरीज, वहां तोड़ दिया था दम
सिविल अस्पताल में वेंटिलेटर व ऑक्सीजन न मिल पाने पर दो मरीजों को अग्रोहा मेडिकल रेफर किया गया था, लेकिन वहां उपचार के दौरान दोनों की मौत हो गई थी। वहीं स्वास्थ्य अधिकारी लगातार दावा करते रहे हैं कि सिविल अस्पताल में सभी वेंटिलेटर चल रहे हैं। परोक्त दोनों मरीजों को गंभीरावस्था में सिविल अस्पताल में लाया गया था। इनके स्वजनों द्वारा डा. रमेश पूनिया से बात करने के बाद अग्रोहा मेडिकल के नोडल अधिकारी से बात कर दोनों मरीजों को वहां वेंटिलेटर की सुविधा मुहैया करवाई थी, लेकिन देरी होने के चलते दोनों मरीजों ने दम तोड़ दिया था।
वहीं दीपावली की रात को एक मरीज को वेंटिलेटर नहीं मिल पाया था। इस दौरान मरीज के बेटे ने डा. रमेश पूनिया से बात की थी। जिसके बाद उन्होंने अग्रोहा मेडिकल बात कर वहां मरीज को दाखिल करवाया था। एक अन्य मामले में विभाग के एमपीएचडब्ल्यू को एंबुलेंस की सुविधा मुहैया नहीं करवाई थी। मामले में कर्मचारी पत्नी ने बताया था कि एक अक्टूबर को उनके पति को ब्रेन हेमरेज हुआ था। इसके बाद एक नवंबर की रात करीब एक बजे एंबुलेंस के नंबर पर फोन किया था, लेकिन बताया गया कि सरकारी एंबुलेंस निजी अस्पताल के लिए नहीं जाएगी। महिला ने काफी गुहार लगाई, लेकिन बात नहीं सुनी गई। बाद में प्राइवेट एंबुलेंस में पति को लेकर जाना पड़ा।
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जिदल व संस्था अस्पताल मामलों में जांच करवा रहे हैं। डा. पूनिया की वीडियो वायरल होने के मामले में इसमें आवाज को वेरीफाई करने के लिए पुलिस विभाग को पत्र लिखा है।
डा. रत्नाभारती, सीएमओ, हिसार।

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