Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अब ब्राउन टर्की अंजीर पैदा कर हरियाणा के किसान बढ़ा सकते हैं आय, जानें कैसे होती है खेती

    By Manoj KumarEdited By:
    Updated: Thu, 17 Mar 2022 01:34 PM (IST)

    अंजीर का ताजा फल या सुखाकर दोनों रूप में खाया जा सकता है। इसके औषधीय गुण भी हैं। अंजीर एक भूमध्यसागरीय वातावरण का फल है। इसे 1200 टीडीसी तक की व कम उपजाऊ भूमि में उगाया जा सकता है।

    Hero Image
    हरियाणा के किसान अब अंजीर की खेती भी कर सकते हैं

    जागरण संवाददाता, हिसार। कृषि के क्षेत्र में तेजी से बदलाव आ रहे हैं। टिश्यू कल्चर लैब में उत्पन्न किए पौधों की मदद से किसान अच्छे भाव में बिकने वाले फलों पर ध्‍यान दे रहे हैं। इसी के तहत ब्राउन टर्की अंजीर अब हरियाणा में किसान उगा सकेंगे। कृषि मेले में किसानों ने ब्राउन टर्की अंजीर की खेती के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस अंजीर का ताजा फल या सुखाकर दोनों रूप में खाया जा सकता है। इसके औषधीय गुण भी हैं। अंजीर एक भूमध्यसागरीय वातावरण का फल है। इसे 1200 टीडीसी तक की व कम उपजाऊ भूमि में उगाया जा सकता है। मेवात, हिसार का कुछ क्षेत्र, नूंह, भिवानी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, चरखी दादरी आदि क्षेत्रों में अंजीर की फसल कर अच्छी पैदावार की जा सकती है। मगर इसे विज्ञानियों की देखरेख में करना चाहिए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ब्राउट टर्की अंजीर के यह हैं गुण

    - यह वजन कम करने में मदद करता है।

    - रक्तचाप को बनाए रखने में मदद करता है।

    - प्रजनन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मददगार है।

    - हड्डियों में मजबूत करने का काम करता है।

    - मधुमेह के रोगियों के लिए फायदेमंद है।

    - ह्दय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का काम करता है।

    - कब्ज कम करने में मदद करता है।

    अंजीर का उपयाेग

    - अंजीर का उपयोग ताजे फल के रूप में किया जा सकता है।

    - अंजीर को लंबे समय तक ताजा अंजीर के समान पोषण मूल्यों को बनाए रखने के लिए सुखाया और संरक्षित किया जा सकता है।

    - अंजीर के पाउडर का उपयोग दवाओं में किया जाता है।

    - अंजीर का उपयोग जैम और जेली बनाने के लिए किया जा सकता है।

    - अंजीर का उपयोग पारंपरिक भारतीय मिठाइयों और आइस क्रीम में किया जाता है।

    अंजीर को उगाने की पद्धति

    - अंजीर एक भूमध्यसागरीय वातावरण का फल है।

    - यह 50 डिग्री सेल्सियस तक का उच्च तापमान आसानी से सहन कर सकता है।

    - जब तापमान 15 डिग्री से नीचे चला जाता है तो सर्दियों के दौरान इसका रोपण न किया जाना बेहतर है।

    - ब्राउन टर्की को 10 बाई 10 फिट की दूरी पर लगाया जाता है।

    - इसे 1.5 फीट के उभरे हुए मेंड पर लगाना अच्छा माना जाता है।

    - यह पौधा तीन से पांच वर्ष में अपना प्ररिपूर्ण रूप ले लेता है।

    - साधारण तय यह सभी प्रकार की मिट्टी में उगाया जा सकता है लेकिन उस मिट्टी में पानी का निकास जरूरी है।

    पौधे में पानी की विधि

    ब्राउन टर्की अंजीर को कई तरह से पानी दिया जा सकता है। लेकिन ड्रिप सिंचाई प्रणाली को इसके लिए सर्वोत्तम माना गया है। इसको आवश्यकता अनुसार पानी देना, मिट्टी की उपरी सतह से दो इंच तक नमी बनाए रखें, जो पौधे के लिए पानी की आवश्यकता को पूरा करेगा। पौधे को पूर्ण रूप से सूय का प्रकाश मिलना चाहिए। जिस भूमि पर पौधा रोपण किया है वहां जलजमाव नहीं होना चाहिए।

    उपज व उत्पादन

    पौधे छह महीने बाद से ही फल देने लग जाते हैं। हालांकि व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य फसल 18 महीने बाद उपलब्ध होगी। इसमें खेती योग्य भूमि एक एकड़ में कुल 400 पौधे लगेंगे, जिनसे 15 किलोग्राम का न्यूनतम उत्पादन हो सकता है। इसमें पौधे का न्यूनतम खरीद मूल्य 40 रुपये प्रति किलोग्राम है। वहीं एक एकड़ में कुल फसल 2.40 लाख रुपये की होती है।

    comedy show banner
    comedy show banner