अब कोई भी मतदाता घर बैठे वोटर आइडी को आधार कार्ड से कर सकता है लिंक, इस आनलाइन प्रक्रिया को करें फोलो
अब कोई भी मतदाता अपने घर से ही आनलाइन माध्यम से वोटर आईडी को आधार कार्ड से लिंक कर सकता है। वह ऑनलाइन माध्यम से फार्म संख्या छह बी भरकर अपना आधार नंबर ...और पढ़ें

चरखी दादरी, जागरण संवाददाता। चरखी दादरी में जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त प्रीति ने बताया है कि अब कोई भी मतदाता अपने घर से ही आनलाइन माध्यम से वोटर आईडी को आधार कार्ड से लिंक कर सकता है। इसके लिए अपने बूथ के बीएलओ से भी संपर्क किया जा सकता है। निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार बीएलओ घर घर जाकर आधार कार्ड को वोटर आईडी से लिंक करने का काम कर रहे हैं। उपायुक्त ने बताया कि आयोग द्वारा मतदाताओं को दी गयी नई सुविधा के तहत मतदाता अब स्वयं भी अपने मतदाता पहचान-पत्र को आधार नंबर से लिंक कर सकते हैं।
जिला में जिस व्यक्ति का नाम मतदाता सूची में दर्ज है, वह ऑनलाइन माध्यम से फार्म संख्या छह बी भरकर अपना आधार नंबर अपने फोटोयुक्त पहचान पत्र के साथ लिंक करा सकते है। आयोग ने ऑनलाइन माध्यम से दी जा रही सेवाओं की दिशा में एक बड़ा व अहम कदम आगे बढ़ाते हुए मतदाताओं को भी अब यह सुविधा भी दे दी है कि वे अपने फोटोयुक्त मतदाता पहचान पत्र संबंधी विभिन्न सुविधाएं आनलाइन प्राप्त कर सकते हैं। मतदाता को सबसे पहले एनएसवीपीडाटआईएन पोर्टल पर जाना होगा।
मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, वोटर आईडी नंबर का यूज कर स्वयं को रजिस्टर करना होगा। इसके बाद मनचाहा पासवर्ड डालकर पर्सनल डिटेल भरनी होगी। इसके बाद अपने मोबाइल नंबर व पासवर्ड से वेबसाइट पर लोग इन करना होगा। लोग इन करने के उपरांत स्क्रीन पर बाई तरफ लाल रंग के बाक्स में बने इन्फार्मेशन आफ आधार नंबर बाई एग्जिस्टिंग इलेक्टर्स आप्शन पर क्लिक करना है। इसके बाद पंजीकरण के नाम से एक पेज दिखाई देगा जिस पर प्रारूप 6 बी को सेलेक्ट करना है। एक बार स्क्रीन पर फार्म 6 बी का पाप अप पेज खुलने के बाद वहां आधार कार्ड नंबर, वोटर आईडी नंबर, रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और रजिस्टर्ड ईमेल पता भरें।
सभी डिटेल सही ढंग से भरने के बाद, इसे एक बार क्रास चेक करें और सबमिट बटन दबाएं। ऐप डाऊनलोड करने के लिए सबसे पहले मतदाता को गूगल प्ले स्टोर से वोटर हेल्पलाइन ऐप डाउनलोड करना होगा। इस ऐप के जरिए स्वयं को उसमें पंजीकृत करें और अपने परिवार के सदस्यों के आधार नंबर लिंक करें। आधार लिंक होने से डुप्लीकेट मतदाताओं की पहचान एवं मतदान के समय मतदाताओं की पहचान में सुविधा होगी। उपायुक्त प्रीति ने कहा कि भविष्य में चुनावी सेवाओं को बेहतर करने के उद्देश्य से शुरू की गई यह सेवा पूर्णत: स्वैच्छिक है।
वहीं अपने फ़ोटोयुक्त मतदाता पहचान पत्र को आधार से लिंक करने के लिए मतदाता अपने संबंधित बीएलओ का भी सहयोग ले सकते हैं। मतदाता पहचान पत्र लिंक करने के उपरांत भी आधार डेटा पूर्णत: सुरक्षित रहेगा। ऐसे में अभियान के तहत अपने संबंधित बीएलओ द्वारा आधार डेटा मांगने पर उनका सहयोग करें ताकि भविष्य के लिए त्रुटिरहित मतदाता सूची तैयार की जा सके। उन्होंने कहा कि आधार कार्ड लिंक होने के कई फ़ायदे होंगे। एक तरफ़ जहां डुप्लीकेट वोट नहीं बनाए जा सकेंगे, वहीं दूसरी ओर सूची त्रुटि रहित बनेगी।

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