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    Haryana News: अब हरियाणा में विकास दुबे जैसा मामला, शख्स को 40 से ज्यादा बार काट चुका सांप; मंदिर में जाकर हो जाता ठीक

    Updated: Tue, 16 Jul 2024 10:53 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में विकास दुबे नाम के शख्स को 40 दिन के भीतर सात बार सांप के काटना के मामले के बाद अब हरियाणा में भी ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां अग्रोहा निवासी पवन सौलंकी ने दावा किया है कि उसे पांच साल की उम्र से ही सांप काटने लगे थे। और उसे 40 से ज्यादा बार सांप काट चुका है। जानिए क्या है पूरा मामला?

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    हरियाणा के अग्रोहा में शख्स को 40 से ज्यादा बार काट चुका सांप (सांकेतिक)।

    सुनील सेन, अग्रोहा (हिसार)। वैसे तो आम जनमानस को सांप का नाम सुनते ही डर लगने लगता है, लेकिन अग्रोहा निवासी पवन सोलंकी को करीब पांच साल की अवस्था में सांप काटने लगे थे। पवन को अभी तक करीब 40 बार सांप काट चुके हैं।

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    पवन ने बताया कि कई बार साल में दो बार भी सांपों ने काटा है। उसके शरीर से कोई विशेष प्रकार की गंध आने के कारण सांप बार-बार उसको काटते हैं। सांप के काटने का कोई निश्चित समय नहीं है, यहां तक की कई बार सोते हुए, खेत में काम करते हुए, लोगों के बीच में बैठे हुए को भी सांप काट जाता है।

    शरीर पर हो जाते हैं छाले

    पवन ने बताया कि सांप काटने के बाद उसके शरीर पर छाले उभर आते हैं, जिनमें खारिश भी होती है। सांप काटने के बाद तुरंत ही है वह अपने नजदीकी दादी गोरी के मंदिर पर चले जाते हैं। दो-तीन दिन वहीं मंदिर परिसर में ही रुकते और दादी गोरी की पूजा अर्चना करते हैं। वहीं मंदिर में ही सोते हैं और तीन दिन में जब ठीक हो जाते हैं, तब घर चले आते हैं। घर आकर करीब दस दिन अलग कमरे में ही रहते हैं। अपने कपड़े आदि घर वालों से अलग ही रखते हैं। सामान्य होने पर फिर काम में लग जाते हैं।

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    नहीं आई शरीर में कोई अन्य बीमारी

    पवन ने बताया कि उसके शरीर में किसी प्रकार की अभी तक कोई समस्या नहीं आई है। वह किसी प्रकार का नशा आदि, यहां तक चाय भी नहीं पीता, केवल पूर्वी हवा चलने पर नींद आने और आलस रहने की समस्या रहती है, बाकी कोई परेशानी नहीं होती।

    पशुओं का करते हैं व्यापार

    पवन ने बताया कि वह अग्रोहा क्षेत्र में भैंस आदि पशुओं का व्यापार करते हैं। इसलिए उसको क्षेत्र में अधिक आवाजाही करनी पड़ती है। व्यापार के काम में बाहर भी जाना पड़ जाता है, परंतु उसे किसी प्रकार की शारीरिक कमजोरी या कोई अन्य बीमारी नहीं है।

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