हांसी में एक दुष्कर्म मामले में आरोपी पीयूष मित्तल की मां और मोहल्ले की महिलाओं ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर इसे झूठा आरोप बताया है। उन्होंने कहा कि पीड़िता के परिवार ने समझौते के लिए 25 लाख रुपये मांगे थे। परिजनों ने सीसीटीवी फुटेज और कॉल रिकॉर्ड्स की जांच की मांग की है। पुलिस अधीक्षक ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है।
संवाद सहयोगी, हांसी। थाने में दर्ज एक दुष्कर्म केस ने अब नया मोड़ ले लिया है। आरोपित पीयूष मित्तल की मां और मुहल्ले की महिलाओं ने सोमवार को पुलिस अधीक्षक अमित यशवर्धन से मुलाकात कर मामले में अपनी आपत्तियां दर्ज करवाईं।
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पीयूष की मां ने दावा किया कि उनके बेटे के खिलाफ दर्ज मामला झूठा है और यह उसे बदनाम करने की साजिश है। उन्होंने बताया कि पीयूष मानसिक रूप से काफी परेशान चल रहा है और वह आत्महत्या की कोशिश भी कर चुका है।
आरोपित के समर्थन में मुहल्ले की अन्य महिलाएं और पड़ोसी भी आगे आए। उनका कहना है कि पीड़िता और उसके परिवार ने समझौते के लिए 25 लाख रुपये मांगे थे। जब यह डील नहीं बनी, तो बदले की भावना से मामला दर्ज करवाया गया।
पड़ोसियों का कहना है कि वे पीयूष को लंबे समय से जानते हैं और वह एक सीधा-सादा लड़का है। उनका आरोप है कि पीड़िता के परिवार का मकसद सिर्फ पैसे लेना है। जानकारी के अनुसार, मई माह में पीयूष मित्तल ने पीड़िता के पति और अन्य कुछ लोगों के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया था।
उस मामले में दो आरोपित इस समय जेल में हैं। आरोपित पक्ष का दावा है कि उसी केस का बदला लेने के लिए अब दुष्कर्म का मामला गढ़ा गया है।
सीसीटीवी फुटेज व कॉल रिकॉर्डिंग की जांच की मांग
स्वजन और मुहल्ले वालों ने पुलिस अधीक्षक से मांग की कि सिर्फ पीड़िता के बयान के आधार पर कार्रवाई न हो। उन्होंने सीसीटीवी फुटेज, कॉल रिकार्ड्स और इंटरनेट मीडिया चैट्स की भी जांच करवाने की मांग की है ताकि सच्चाई सामने आ सके।
इस पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक अमित यशवर्धन ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया है। पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों के बयान, सबूत और तकनीकी डेटा की गहराई से जांच की जाएगी, ताकि सच सामने आ सके।
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