कामनवेल्थ में गोल्डन पंच लगाकर भिवानी लौटी नीतू घणघस का हुआ भव्य स्वागत, बिखेरे फूल
भिवानी में कामनवेल्थ गोल्डन गर्ल का भव्य स्वागत किया गया। यहां से खुले वाहन में विजय जुलूस के रूप में तिरंगा यात्रा के रूप में शहर के मुख्य मार्गों से होकर घुमाया गया। विजेता नीतू के अलावा साक्षी चौधरी को भी सम्मानित किया गया।

भिवानी, जागरण संवाददाता। गोल्डन गर्ल नीतू घनघस ने कामनवेल्थ में जीता मुक्केबाजी गोल्ड देश वासियों को समर्पित किया। बोली खेल प्रेमियों की दुआ, अपने गुरु जगदीश सिंह के दिए गुर और कड़ी मेहनत के चलते यह मुकाम मिला है। अब एशियन और ओलिंपिक में देश के लिए मेडल लाने के लिए मेहनत करूंगी। हरियाणा सरकार के सहयोग व आर्थिक मदद से संतुष्ट हूं। बर्मिंघम कामनवेल्थ खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के बाद मंगलवार को जैसे ही नीतू घनघस मिनी बाइपास पहुंची खेल प्रेमियों ने उनको पलकों पर बैठा लिया। उनका बेसब्री से इंतजार चल रहा था।
खिलाड़ी का भव्य स्वागत
यहां पर कामनवेल्थ गोल्डन गर्ल का भव्य स्वागत किया गया। यहां से खुले वाहन में विजय जुलूस के रूप में तिरंगा यात्रा के रूप में शहर के मुख्य मार्गों से होकर घुमाया गया। तिरंगे लगे वाहनों के साथ निकला विजय जुलूस मिनी बाइपास से रोहतक गेट, महम गेट, पुराना बस अड्डा, हांसी गेट होते हुए धनाना के लिए निकला। इस दौरान जगह-जगह विजेता नीतू के अलावा साक्षी चौधरी को भी सम्मानित किया गया।
इसके बाद विजय जुलूस बडेसरा रोड के पास शिवमन्दिर से गांव के नया बस अड्डा होते हुए बाबा ब्रह्मचारी आश्रम पहुंचा। गांव में माता फूलमदे मंदिर में पूजा की आशीर्वाद लिया। इसके बाद गांव के शहीद भगत सिंह पार्क के पास धर्मशाला में सम्मान समारोह हुआ। विजय जुलूस और सम्मान समारोह में नीतू के कोच द्रौणाचार्य अवार्डी जगदीश, पिता जय भगवान, ताऊ रणबीर प्रधान, नीतू की बहन बंटी, कमल प्रधान, मास्टर सतबीर रतेरा, अजीत बाडी, छोटूराम मस्ता, पवन घनघस, नफ़े घनघस, संदीप घनघस, भूपेन्द्र कोच आदि अनेक खेल प्रेमी मौजूद रहे।
नीतू के कोच के अनुसार
नीतू ने शानदार खेल दिखाया। उसने मैरिकाम को हरा कर कामनवेल्थ में जगह बनाई थी। अब साबित कर दिया कि वह किसी से कम नहीं है। यह नीतू की मेहनत और परिजनों के सहयोग का परिणाम है कि आज वह इस मुकाम पर है। हमें उन पर गर्व है। कामनवेल्थ विजेता खिलाड़ियों को खेल विभाग के साथ सिविल सर्विस में भी सरकार नौकरी दे। कामनवेल्थ में गोल्ड विजेता सभी खिलाड़ियों को सरकार डीएसपी की नौकरी दे।
---नीतू के कोच जगदीश, द्रौणाचार्य अवार्डी।
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