'मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया', किसानों पर विवादित बयान देने के बाद बैकफुट पर आए BJP राज्यसभा सांसद
राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने अपने किसानों को लेकर दिए गए विवादित बयान पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान बंद हुई फैक्टरियों से हरियाणा को बहुत नुकसान हुआ है। साथ ही उन्होंने कहा कि हरियाणा में नशे का प्रचलन पंजाब के किसानों के कारण बढ़ा है।
संवाद सहयोगी, महम। महम काठमंडी स्थित राज्यसभा सदस्य रामचंद्र जांगड़ा ने प्रेसवार्ता की, जिसमें किसानों को पूरे देश का सम्मान बताया। इस दौरान अपने बयान को तोड़-मरोड़ करके पेश करने का आरोप लगाया।
यह भी स्पष्टीकरण दिया कि 12 दिसंबर को महम शुगर मिल के पिराई सत्र के शुभारंभ पर आयोजित कार्यक्रम के समय जब उन्होंने किसानों को संबोधित किया तो उन्होंने कहा था कि सिंघु बॉर्डर और बहादुरगढ़ बॉर्डर पर सैकड़ों ऐसी कंपनियां थीं, जो किसान आंदोलन के कारण काम नहीं होने पर बंद हो गई थीं।
जिनमें काम करने वाले 500 से 700 पुरुषों एवं महिलाओं का कोई अता-पता नहीं है कि उन्हें कौन किस कंपनी में किस प्रकार ले गए हैं। क्या पता वे किस स्थान पर कार्य कर रहे हैं। उनका कहने का मकसद था कि किसान आंदोलन के बाद जब भी फैक्टरियां बंद हुईं उससे बहुत अधिक नुकसान हुआ है।
किसानों के जरिए हरियाणा में बढ़ा नशे का प्रचलन
उन्होंने कहा कि हरियाणा में 2021 से पहले चिट्टा, स्मैक व नशे के टीके जैसा नशा हरियाणा में नहीं था। पंजाब में नशा पहले से ही है। पंजाब के किसान जब बॉर्डर पर आए तो उनके प्रदेश के कुछ लोग ऐसे भी आ गए थे, जिन्होंने वहां पर नशे का प्रचलन शुरू किया था।
हरियाणा में भी उनके संपर्क में आने से नशे का प्रचलन बढ़ गया। जिसके कारण आज हरियाणा के हर गांव में नशे के कारण युवाओं की मौतें हो रही हैं। उन्होंने किसानों के लिए इस प्रकार का कोई भी शब्द प्रयोग नहीं किया, जिससे उन्हें आहत होना पड़े।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चाहते हैं कि किसानों की आय दोगुनी ही नहीं पांच-छह गुना हो उसके लिए वह मोटे अनाज को अधिक से अधिक पैदा करने के लिए किसानों को प्रेरित कर रहे हैं।
'मेरे गांव के सभी किसान खुशहाल'
जांगड़ा ने अपने क्षेत्र में किसानों के लिए कराए गए कार्यों को गिनवाते हुए कहा कि यदि किसानों के प्रति उनकी गलत मंशा होती तो वह किसानों के बीच जाकर उनकी समस्याओं का समाधान नहीं करवाते। प्रेसवार्ता में शामिल किसानों ने कहा कि पिछले दो वर्षों से उनके गांव के सभी किसान खुशहाल हैं और उनकी खेती अच्छी प्रकार से हो रही है।
साथ ही किसानों ने कहा कि जो भी लोग राज्य सभा सदस्य रामचंद्र जांगड़ा को किसान विरोधी कहता है वह किसानों के हित में नहीं है। वे लोग किसानों को गुमराह करने वाले लोग हैं। वे केवल विपक्षी नेताओं के कहने पर ऐसा कर रहे हैं। इस अवसर पर मुकेश खत्री, महेश भारद्वाज, राजकुमार आदि उपस्थित रहे।
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