कल से खुलेगा एमजी हैरिटेज विलेज
प्रदेश के सबसे बड़े एडवेंचर एंड थीम पार्को में शुमार एमजी हैरिटेज विलेज एंड थीम पार्क ढंढूर रविवार से आम जनता के लिए खुलेगा। इस बार यहां कई अन्य गतिविधियों को शुमार किया गया है।

जागरण संवाददाता, हिसार : लंबे समय से बेहतर स्थान पर आउटिग का इंतजार करने वालों के लिए खुशखबरी है। प्रदेश के सबसे बड़े एडवेंचर एंड थीम पार्को में शुमार एमजी हैरिटेज विलेज एंड थीम पार्क ढंढूर रविवार से आम जनता के लिए खुलेगा। इस बार यहां कई अन्य गतिविधियों को शुमार किया गया है।
इस ऐतिहासिक हैरिटेज विलेज ढंढूर में ग्रामीण परिवेश से जुड़े परिद़श्यों, वेषभूषा, वस्त्र निर्माण शैली, कुम्हार के चाक के अलावा, जुलाहे के हथकरघे, कृषि से जुड़े उपकरण-यंत्र, बांस से बनी कलाकृतियों के अलावा हरियाणवीं जीवन से जुड़े विभिन्न प्रकार के परि²श्यों, चित्रभितियों व वस्तुओं को एक मंच पर दर्शाया गया है।
इसके अलावा थीम पार्क में आधुनिक परिदृश्यों के अनुरूप पेंट बॉल, एटीवी राइडिग, जिप लाइन, कंमांडो नेट क्लाइमिग, संस्पेंशन ब्रिज, रोप क्लाइमिग, भूलभुलैया, बैलगाड़ी, कैमल राइडिग (ऊंट सवारी), होर्स राइडिग (घोड़े की सवारी), रेलगाड़ी की सवारी, सांझी निर्माण निर्माण शैली, पॉलीहाउस, हर्बल गार्डन व अंतरराष्ट्रीय खेलों के साथ-साथ ग्रामीण खेलों के अलावा विभिन्न प्रकार के झूलों को भी शामिल किया गया है। विश्व स्तरीय गुणवत्ता वाला खाना
आमतौर पर दूसरे पिकनिक स्थानों पर जहां विद्यार्थियों व अध्यापकों को बेहद कमजोर गुणवत्ता वाला खाना परोसा जाता है, वहीं एमजी हैरिटेज विलेज एंड थीम पार्क में मिलने वाला खाना विश्व स्तरीय गुणवत्ता वाला होता है। यहां का खाना देश के नामी कुकों की देख-रेख में तैयार होता है। यहां आने वाले दर्शकों को हरियाणवी, पंजाबी व राजस्थानी जायके का खाना परोसा जाता है।
शांत वातावरण व मिलनसार स्टाफ
एमजी हैरिटेज विलेज एंड थीम पार्क 12.5 एकड़ में फैला हुआ है। इस पार्क में छह सौ से अधिक छायादार व फलदार पेड़-पौधे हैं। इसके अलावा यहां का स्टाफ बेहद मिलनसार है। यहां का शांत वातावरण के साथ ही मिलने वाली सुविधाएं दूसरे भ्रमण स्थानों पर नहीं मिलेंगी। यहां आधुनिक थीम पार्क से लेकर पुरातत्व से जुड़ा विशाल संग्रहालय है।
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