Updated: Tue, 23 Sep 2025 05:41 PM (IST)
हिसार के राजगुरु मार्केट में एक कपड़े की दुकान में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। दमकल की गाड़ियों ने तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस घटना में व्यापारी का दीपावली के लिए मंगवाया गया लाखों का माल जलकर राख हो गया। व्यापारी संगठनों ने प्रशासन से आर्थिक सहायता की मांग की है।
जागरण संवाददाता, हिसार। त्योहारों की हलचल से गुलजार हिसार का राजगुरु मार्केट सोमवार की सुबह अचानक धुएं से भर उठा। नेहा ज्वेलर्स की बिल्डिंग में किराये पर चल रही गारमेंट्स की दुकान नंबर 102 में शार्ट-सर्किट से अचानक आग लग गई। आग के कारण आसपास की दुकानदारों में अफरा-तफरी मची।
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सुबह करीब सवा दस बजे जब दुकानदार पारस कुकडेजा दुकान खोलने पहुंचे, तो सामने का दृश्य भयावह था भीतर से उठती लपटें और धुआं, जिसमें सामान जल रहा था। मौके पर सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां पहुंची। तीन घंटे की कड़ी मशक्कत से आग पर काबू पाया।
मेयर प्रवीण पोपली भी मौके पर पहुंचे। दमकाल विभाग के करीब 35 कर्मचारी आग पर काबू पाने में जुटे थे। घटना के दौरान साथ वाली दुकान का शटर बंद कर दिया गया। करीब चार महिला कर्मचारी उस दुकान में फंस गई। किसी तरह शटर खुला तो वह भाग कर बाहर आए और जान बची। सात दमकल गाड़ियों ने आग पर पाया काबू सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की एक के बाद एक सात गाड़ियां मौके पर पहुंची। आग का बेसमेंट थी।
जहां दमकल कर्मियों के लिए पहुंचना बेहद मुश्किल भरा था। कड़ी मशक्कत और लगातार तीन घंटे तक चलाए गए आग बुझाने के आपरेशन के बाद आग पर काबू पाया जा सका।। आंखों के सामने राख हुआ दीपावली का माल व्यापारी पारस कुकडेजा की आंखों के सामने उनका नया माल जो उन्होंने दीपावली पर बिक्री के लिए मंगवाया था काफी हद तक जलकर राख हो गया। पारस ने बताया कि दो दिन पहले ही माल आया था।
सुबह जब दुकान पर आए तो आग लगने का पता चला। आसपास की दुकानों से सिलेंडर लेकर उसे बुझाने का प्रयास किया लेकिन वह भड़क गई। राजगुरु मार्केट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान रवि महता ने बताया कि चार मंजिला दुकान में सुबह जब दुकानदार पारस कुकडेजा ने दुकान खोली तब धुआं निकलता देखा। देखते ही देखते आग की लपटें नजर आने लगी। तुरंत सूचना दमकल को दी और सात गाड़ियां आई और तीन घंटे में आग पर काबू पाया।
दुकान बेसमेंट सहित चार मंजिला है। बेसमेंट में जब आग पर काबू पाया तब तक सामान और फर्नीचर काफी हद तक जल चुका था। व्यापारी पारस की पूरे साल की मेहनत और उम्मीदें इसी त्योहारी सीजन पर टिकी थी। अब सब राख हो गया। बेसमेंट तोड़ने के लिए बुलानी पड़ी जेसीबी प्रधान रवि महता ने बताया कि आग बेसमेंट में लगी थी। बरामदें के नीचे बनी बेसमेंट में आग तेज थी।
इसलिए जेसीबी बुलाकर बेसमेंट को तोड़ने का प्रयास किया गया। लेकिन वह नहीं टूटी। गोदाम में वेंटिलेशन नहीं था जिससे धुआं अंदर ही था। दुकान का शीशा भी तोड़ना पड़ा। अंदर जाने में दिक्कत आई। पड़ोस की दुकानों का सामान भी खाली करवा दिया था। पहले भी लग चुकी है आग यह पहली घटना नहीं है। करीब दो साल पहले इसी लाइन में दुकान नंबर 110 (साड़ी की दुकान) भी आग की लपटों का शिकार हो चुकी थी।
लगातार होती इन घटनाओं ने दुकानदारों में डर का माहौल भी है। व्यापारियों ने उठाई मांग आगजनी की घटना के बाद व्यापारी नेता रवि महता ने मेयर प्रवीण पोपली और प्रशासन से मांग की है कि एक स्थाई दमकल गाड़ी बाजार में तैनात की जाए। आस पास 25 छोटी-बड़ी मार्केट होने के कारण वह दो साल से लगातार मांग कर रहे हैं।
यहां सुबह भीड़ नहीं थी इसलिए दमकल तुरंत पहुंच गई। अब त्योहारी सीजन है। ऐसे में बाजार में भीड़ पर दमकल का समय पर पहुंचना आसान नहीं है। ऐसे में आगजनी होने पर तुंरत काबू पाया जा सके इसके लिए भीड़भाड़ वाले इस इलाके में एक नियमित दमकल गाड़ी तैनात की जाए।
यदि स्थाई दमकल की व्यवस्था की जाए तो नुकसान को रोका जा सकेगा। प्रशासन से आर्थिक सहायता देने की मांग व्यापारी संगठनों ने प्रशासन से प्रभावित दुकानदार की आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग की है। व्यापारियों ने कहा कि इस व्यापारी का काफी नुकसान हुआ है इसलिए सहायता जरूरी है।
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