लोग नजरिया बदलें, घूंघट में भी सशक्त दिखेंगी महिलाएं : मानुषी
मिस इंडिया मानुषी छिल्लर ने कहा कि लोग घूंघट क्यों देख रहे हैं? लोगों को घूंघट के पीछे जीने के लिए उसके कड़े संघर्ष को देखना चाहिए। वह महिला अपने सिर पर बोझ लिए हुए है।
जेएनएन, हिसार। देश की सर्वश्रेष्ठ सुंदरी का खिताब जीतने वाली हरियाणा की बेटी ने यहां की मेहनतकश महिलाओं के प्रति सम्मान को रेखांकित करते हुए कहा, 'लोगों को घूंघट में भी रहकर हरियाणा की महिलाओं द्वारा किए जाने वाले उनके कड़े संघर्ष को देखना चाहिए।' खिताब जीतने के बाद हरियाणा पहुंची मानुषी पहले खानपुर कलां स्थित बीपीएस महिला मेडिकल कॉलेज, रोहतक में ननिहाल और पैतृक गांव बहादुरगढ़ के बामनौली पहुंची। पूरे देश में ख्याति हासिल कर लौटी बेटी का हर जगह जोरदार स्वागत हुआ। मानुषी भी इससे अभिभूत थीं।
घूंघट पर मानुषी ने टिप्पणी तब की, जब उनसे पूछा गया कि प्रदेश सरकार की पत्रिका में छपी घूंघट वाली महिला की तस्वीर पर विवाद हो रहा है। इसके जवाब में मानुषी ने कहा कि लोग घूंघट क्यों देख रहे हैं? लोगों को घूंघट के पीछे जीने के लिए उसके कड़े संघर्ष को देखना चाहिए। वह महिला अपने सिर पर बोझ लिए हुए है। यह तस्वीर एक कामकाजी ग्रामीण महिला की है।
उन्होंने कहा, ' समाज में महिलाओं के प्रति सोच और नजरिया बदलने की जरूरत है। बेटियां आज हर क्षेत्र में बुलंदियां छू रही है। ऐसे में मां-बाप को बेटियों को अपने सपनों को पूरा करने की आजादी देने चाहिए। मानुषी का कहना है कि वह मिस वल्र्ड का ताज जीतने पर फोकस कर रही हैं। इसे जीतकर वह देश का नाम दुनिया में रोशन कर चुकी हैं। 17 वर्ष पहले वर्ष 2000 में यह ताज प्रियंका चोपड़ा ने जीता था। तब से कोई भारतीय इस पर काबिज नहीं हो पाई है। मानुषी के साथ पिता डॉ. मित्रवसुु छिल्लर व मां डा. नीलम छिल्लर और अन्य पारिवारिक सदस्य भी थे।
चिकित्सा से जुड़ी रहेंगी
मानुषी ने कहा कि विश्व सुंदरी प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के बाद वह अपनी पढ़ाई पूरी करेंगी। उन्होंने यह बात जोर देकर कही किवह हमेशा चिकित्सा के क्षेत्र से जुड़ी रहना चाहती हैं। मानुषी भगत फूल सिंह महिला मेडिकल खानपुर कलां सोनीपत की एमबीबीएस तृतीय वर्ष की छात्रा हैं।
हरियाणा को देने के लिए अब मेरी बारी
मानुषी ने अपने प्रदेश को लेकर भावुक अंदाज में कहा, ' हरियाणा की धरती से ही मुझे सब कुछ मिला है। अब मेरी बारी है हरियाणा के लिए कुछ करने की। उसे कुछ देने की। अपने प्रदेश के लिए जो बन पड़ेगा वह जरूर करूंगी।
महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए शक्ति प्रोजेक्ट पर करेंगी काम
बहादुरगढ़ में अपने पैतृक गांव बामनौली ने कहा कि वह महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़े अपने प्रोजेक्ट 'शक्ति' को सफल बनाने की चाहत रखती हैं। इस प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति सचेत और जागरूक करना है। इसी को लेकर वह मंगलवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलने जा रही हैं।
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