Move to Jagran APP

जाट आरक्षण आंदोलन में सक्रिय रहे हवा सिंह सांगवान बोले- मैं 300 लोगों के साथ सिख बनूंगा

जाट आरक्षण आंदोलन के समय सुर्खियों में रहे सीआरपीएफ के पूर्व कमांडेंट हवा सिंह सांगवान ने आपत्तिजनक ब्यान दिया है। सोमवार को कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे धरने पर टीकरी बॉर्डर पर सांगवान बोले हिंदू कोई धर्म नहीं है। मैं खुद सैंकड़ों लोगों के साथ सिख धर्म अपनाऊंगा।

By Manoj KumarEdited By: Published: Mon, 08 Feb 2021 04:04 PM (IST)Updated: Mon, 08 Feb 2021 04:04 PM (IST)
जाट आरक्षण आंदोलन में सक्रिय रहे हवा सिंह सांगवान बोले- मैं 300 लोगों के साथ सिख बनूंगा
हवा‍ सिंह सांगवान ने कहा 26 को पूरी दिल्ली को जाम करना चाहिए था, मौका गंवाया, फिर प्लानिंग करनी पड़ेगी

बहादुरगढ़, जेएनएन। तीन कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन के मंच से जब-तब विवादित टिप्पणियां सामने आ रही हैं। अब हरियाणा में जाट आरक्षण आंदोलन के समय सुर्खियों में रहे सीआरपीएफ के पूर्व कमांडेंट हवा सिंह सांगवान ने आपत्तिजनक ब्यान दिया है। सोमवार को टीकरी बॉर्डर पर सांगवान बोले कि हिंदू कोई धर्म नहीं है। मैं खुद सैंकड़ों लोगों के साथ सिख धर्म धारण करुंगा।

loksabha election banner

उन्होंने इसके लिए 21 अप्रैल का दिन निश्चित किया और लगभग 300 लोगों के साथ अकाल तख्त अमृतसर पहुंचने की बात कही है। इस पर सभा में मौजूद पंजाब के आंदोलनकारियों के बीच खूब तालियां बजी। सांगवान यही नहीं रुके। बोले..इस आंदोलन को सफल बनाने का मौका 26 जनवरी को था जो गवां दिया। उस दिन दिल्ली को पूरी तरह जाम कर देना चाहिए था। इसीलिए तो लाखों की संख्या में ट्रैक्टर आए थे।

8-10 दिन दिल्ली जाम रहती तो सरकार को समझ आ जाती। अब फिर से कोई प्लानिंग करनी पड़ेगी। यहां बैठने से कुछ नहीं होगा। यहां बैठे रहना तो हठयोग कहा जाएगा और हठयोग से कुछ हासिल नहीं होता। ऐसे धरने से सरकार मानने वाली नहीं है। सांगवान बोले कि पंजाब के लोग जत्थेबंदी-मोर्चाबंदी से आंदोलन को लंबा चलाते हैं, मगर हरियाणा वाले तो चाहते हैं कि एक दिन में ही सब कुछ हो जाए।

सांगवान के ब्यान के बाद मंच संचालन कर रहे पंजाब के आंदोलनकारी नेता ने स्पष्ट किया कि दिल्ली जाम करना संयुक्त मोर्चे का फैसला नही था। कोई भी वक्ता ऐसा ब्यान न दे जिससे कोई नया बवाल खड़ा हो जाए। बता दें कि हवा सिंह सांगवान इससे पहले भी कई तरह के विवादित बयान देते रहे हैं। अब वे कृषि कानूनों को लेकर चल रहे धरने पर संबोधित करने पहुंचे थे। उन्‍होंने जिस तरह का बयान दिया है उस पर अब कई तरह की प्रतिक्रियाएं जरूर आएंगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.