हरियाणा की जमीन पर इजराल के एप्पल बेर-अमरूद की खेती को मिलेगा बढ़ावा, यहां बनेगा केंद्र
भिवानी के किसान अपनी परंपरागत फसलों के साथ-साथ बागवानी फल फूलों सब्जियों आदि की कास्त करके अपनी आमदनी में बढ़ोतरी करने के लिए आगे आएं। केंद्र में इजरा ...और पढ़ें

मदन श्योराण, ढिगावा मंडी। हरियाणा की धरती पर मौसम इजराल का मिले तो सुनने में थोड़ा अजीब लगेगा। लेकिन भिवानी के गांव गिगनाऊ में इंडो इजराइल इंटीग्रेटेड हार्टिकल्चर सेंटर आफ एक्सीलेंस में ऐसा ही है। इसका काम तेजी से चल रहा है। इस उत्कृष्ठ बागवानी केंद्र का शिलान्यास दिसंबर 2020 में हुआ था और इसका काम इस साल पूरा हो जाएगा। इस केंद्र को 50 एकड़ में आठ करोड़ 25 लाख रुपये की लागत से बनाया जा रहा है। इस केंद्र की नए साल में काम पूरा होने की पूरी उम्मीद है। इस सेंटर से इजराइल किस्म के एप्पल बेर और अमरूद की खेती को बढ़ावा मिलेगा।
नए साल में पूर्ण होगा गांव गिगनाऊ इंडो इजराइल इंटीग्रेटेड हार्टिकल्चर सेंटर आफ एक्सीलेंस
लोहारू क्षेत्र में बनने वाले इस एक्सीलेंस केंद्र का किसानों को सीधे तौर पर लाभ मिलेगा। इस केंद्र में सरकार की तरफ से रिसर्च करवाई जानी है जिससे किसानों को सीधे तौर पर लाभ मिलने वाला है। लोहारू क्षेत्र को देखते हुए इस क्षेत्र में एप्पल बेर और अमरूद की खेती को बढ़ावा देने की योजना है। इस केंद्र में इन फसलों पर रिसर्च होगी इसको किसानों तक पहुंचाने पर भी काम होगा। बता दें कि इजरायल के भारत में राजदूत डा. रान मलका ने कृषि मंत्री जेपी दलाल की मौजूदगी में गांव गिगनाऊ में बनने वाले उत्कृष्ट बागवानी केंद्र का वीडियो कान्फ्रेंसिंग से भूमि पूजन करते हुए शिलान्यास किया था। कृषि एवं पशुपालन मंत्री जयप्रकाश दलाल के प्रयासों से ही इजरायल और भारत दोनों देश मिलकर उन्नत कृषि संसाधनों तथा कृषि अनुसंधान एवं प्रशिक्षण में कार्य हरियाणा के इस जिले के गिगनाऊ में बनने वाला इस केंद्र में करेंगे।
किसानों की आमदनी दोगुनी करने में यह उत्कृष्ट केंद्र निर्णायक भूमिका निभाएगा
कृषि मंत्री जेपी दलाल के अनुसार इस उत्कृष्टता केंद्र में इजरायल और हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिक नियमित रूप से अपनी सेवाएं देंगे। यह उत्कृष्ट केंद्र प्रदेश भर में अपनी तरह का एक अनूठा केंद्र होगा। लोहारू विधानसभा क्षेत्र के किसानों को बागवानी के साथ-साथ कृषि क्षेत्र से संबंधित भी तकनीकी एवं नवीनतम जानकारी मिलती रहेगी।
किसानों की आमदनी बढ़ने के साथ व्यक्तियों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे
किसान अपनी परंपरागत फसलों के साथ-साथ बागवानी, फल, फूलों, सब्जियों आदि की कास्त करके अपनी आमदनी में बढ़ोतरी करने के लिए आगे आएं। केंद्र में इजरायल देश की फल और सब्जियों की उन्नत किस्मों को प्रदर्शित किया जाएगा। इस केंद्र के यहां स्थापित होने से क्षेत्र के बेरोजगार व्यक्तियों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
लोहारू क्षेत्र की भूमि और मौसम इजराइल के अनुरूप
उप कृषि निदेशक भिवानी डा. आत्माराम गोदारा ने बताया कि लोहारू इलाके के मौसम के अनुरूप यहां इजराइली किस्म के एप्पल बेर और अमरूद की खेती को बढ़ावा मिल सकता है। ड्रिप सिस्टम से कम पानी में अधिक पैदावार मिलेगी। किसान इसके माध्यम से प्रति एकड़ करीब ढाई लाख रुपये की आमदनी कर सकता है। यह एक्सीलेंस सेंटर इलाके के किसानों के लिए मील का पत्थर साबित होगा।

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