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    रेललाइन से सीधा दिल्ली से जुड़ेगा हिसार एयरपोर्ट

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 25 Dec 2018 10:22 AM (IST)

    जागरण संवाददाता, हिसार : हिसार एयरपोर्ट को अलग रेललाइन से जोड़ने की सरकार योजना बना रही है। इसके लिए

    रेललाइन से सीधा दिल्ली से जुड़ेगा हिसार एयरपोर्ट

    जागरण संवाददाता, हिसार : हिसार एयरपोर्ट को अलग रेललाइन से जोड़ने की सरकार योजना बना रही है। इसके लिए जल्द डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बनकर तैयार हो जाएगी। इसके लिए रेलवे से भी संपर्क साधा जाएगा। अगर सबकुछ ठीक रहा तो दिल्ली से हिसार आने वाली रेल लाइन को बाईपास के जरिए हिसार एयरपोर्ट से जोड़ दिया जाएगा। यह भविष्य की योजना है। हिसार एयरपोर्ट को कामयाब बनाने के लिए दिल्ली से हिसार का सफर करीब डेढ़ घंटे में तय करना होगा। इसके लिए सरकार काम कर रही है। योजना के अंतर्गत दिल्ली से एयरपोर्ट जाने वाले यात्री सीधे हिसार आकर फ्लाइट पकड़ सकेंगे। इसलिए उन यात्रियों की सहूलियत को ध्यान में रखकर प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है।

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    हिसार एयरपोर्ट सरकार की नाक का सवाल बन गया है। एयरपोर्ट से उड़ान शुरू करने के सरकार के अब तक के प्रयास नाकाफी साबित हुए हैं। इसलिए सरकार हिसार एयरपोर्ट को शुरू करने के अनुरूप माहौल बनाने में जुटी है। इससे पहले सरकार यहां से नॉन शेड्यूल फ्लाइट्स उड़ाने के लिए आवेदन आमंत्रित कर चुकी है, मगर एक भी प्राइवेट एजेंसी ने इसमें कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई जबकि सरकार ने फ्री पार्किंग, ईधन भरने की सुविधा और नाइट लैं¨डग की सुविधाएं टेंडर में शामिल की थीं।

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    महम-हांसी रेल लाइन से जुड़ेगा एयरपोर्ट डीपीआर में हिसार एयरपोर्ट को महम-हांसी रेल लाइन से सीधा जोड़ा जा सकेगा। ऐसा करने से भिवानी जाने के बजाय सीधे महम-हांसी ट्रेन से हिसार एयरपोर्ट आया जा सकेगा। ऐसा करने से दिल्ली से हिसार की दूरी काफी हद तक कम हो जाएगी। अभी हिसार से दिल्ली जाने में करीब चार घंटे से अधिक का समय लगता है। भिवानी में ट्रेन आधे घंटे तक खड़ी रहती है।

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    अभी पें¨डग है हैंगर का काम

    एयरपोर्ट पर तीन बड़े हैंगरों का निर्माण कार्य किया जा रहा है। तीनों का काम चल रहा है। तीनों हैंगर की छतों पर शीट लगाने का काम पें¨डग है। अभी तक एयरपोर्ट अथॉरिटी यह तय नहीं कर सकी है कि कौन से कलर की शीट इन पर लगाई जानी है। इन हैंगर में जहाजों की पार्किंग की जानी है।

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    प्राइवेट एजेंसियां नहीं दिखा रहीं दिलचस्पी सरकार की सबसे बड़ी परेशानी ये है कि हिसार एयरपोर्ट से उड़ान भरने के लिए कोई भी नॉन शेड्यूल फ्लाइट उड़ाने वाली एजेंसी दिलचस्पी नहीं दिखा रही हैं। सरकार ने प्राइवेट एजेंसियों को लुभाने के लिए कई तरह के ऑफर दिए बावजूद इसके एक भी एजेंसी ने आवेदन नहीं किया। सरकार ने इससे पहले 19 अक्टूबर तक टेंडर लगाए थे, मगर एक भी एजेंसी का आवेदन नहीं आने पर सरकार ने इसे 4 नवंबर तक बढ़ा दिया है। मगर इसके बावजूद एक भी एजेंसी ने आवेदन नहीं किया।

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    तीन पर्यटन स्थलों पर उड़ान की योजना सरकार 9 से 19 सीटर से तीन पर्यटन स्थलों पर उड़ान शुरू करने की योजना भी बना रही है। इसमें देहरादून, जम्मू और जयपुर शामिल हैं। इसके अलावा प्रदेश सरकार हिमाचल गवर्नमेंट से भी बात कर रही है। आने वाले दिनों में यहां से हिमाचल के किसी एक पर्यटन स्थल को शामिल किया जा सकता है। वहीं इससे पहले हिसार से दिल्ली और हिसार से चंडीगढ़ के लिए पिनाकल एयरलाइंस से एएमयू साइन हो चुका है। मगर पिनाकल के पास अभी तक 10 सीटर से ऊपर विमान उपलब्ध नहीं होने के कारण मामला ठंडे बस्ते में है।

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    बन चुकी है एंटी हाईजै¨कग कमेटी हिसार में बड़ा सैन्य ठिकाना होने और हाईअलर्ट जोन को देखते हुए एयरपोर्ट पर उड़ान से पहले गृह मंत्रालय के आदेश पर एंटी हाईजे¨कग कमेटी बनाई गई है। इस कमेटी के चेयरमैन डीसी होंगे। इसके अलावा आइबी ओर रॉ-एजेंट भी इस कमेटी में शामिल हैं। इस कमेटी का काम एयरपोर्ट पर प्लेन के हाईजैक होने या हाईजैक विमान की लैं¨डग पर काम करना है। इस टीम के मार्गदर्शन में ही पूरा ऑपरेशन चलेगा। इस टीम में एडीसी, एसपी, सीएमओ, एयरपोर्ट डायरेक्टर को भी शामिल किया गया है। इस एंटी हाईजै¨कग कमेटी का काम समय-समय पर मॉक ड्रिल करना है ताकि विपरीत परिस्थितियों से निपटा जा सके। हिसार शुरू से ही अति संवदेनशील इलाकों में शामिल रहा है। यहां एयरपोर्ट से कुछ ही दूरी पर हिसार कैंट है जहां सेना की छावनी है। 95 किमी दूर सिरसा में एयरफोर्स स्टेशन है। इसके अलावा देश की राजधानी दिल्ली की दूरी भी काफी कम है।

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    - हिसार एयरपोर्ट को सीधे रेलमार्ग से दिल्ली से जोड़ने की योजना है। ¨प्रसिपल सेक्रेटरी इस पर काम कर रहे हैं। डीपीआर बनाने के आदेश जारी हो चुके हैं।

    - अशोक कुमार मीणा, डीसी, हिसार।