Haryana Flood: हिसार में बारिश का पानी भरने के कारण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिफ्ट, 22 गांवों में बिजली गुल
हिसार के आर्यनगर में जलभराव के कारण सीएचसी को चौपाल में शिफ्ट किया गया है बरवाला के स्वास्थ्य केंद्र को बिचपड़ी गांव में स्थानांतरित किया गया। सीएमओ ने जलभराव की स्थिति को देखते हुए दिशा-निर्देश जारी किए हैं और रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है। लगातार बारिश के कारण अस्पतालों में जलभराव हो गया है। बिजली संकट से ग्रामीण परेशान हैं कई गांवों में बिजली गुल है।

जागरण संवाददाता, हिसार। जिल के गांव आर्यनगर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में जलभराव के कारण उसको गांव की चौपाल में शिफ्ट कर दिया है। वहीं सीएचसी से पानी निकालने का कार्य किया जा रहा है। वहीं बरवाला के स्वास्थ्य केंद्र में भी जलभराव होने के कारण उसे गांव बिचपड़ी में शिफ्ट कर दिया गया है। इस बारे में सिविल सर्जन ने बरवाला के एसडीएम से बात की हीं।
जिले में कई गांवों में जलभराव की स्थिति को देखते हुए सोमवार को सीएमओ डा. सपना गहलावत ने सभी सरकारी अस्पतालों के एसएमओ, एमओ के साथ वीडियों कांफ्रेंसिंग के माध्यम से दिशा-निर्देश दिए। वहीं सीएचसी सेंटर पर एमओ के नेतृत्व में रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है। जो पीएचसी और अर्बन हेल्थ सेंटर की निगरानी करेगी। ये टीम अलर्ट मोड पर रहेगी।
सिविल सर्जन डा. सपना गहलावत और डिप्टी सीएमओ डा. सुभाष खतरेजा ने बताया कि लगातार हो रही वर्षा के कारण जिले के कई गांवों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। आर्यनगर और बरवाला के सरकारी अस्पताल में जलभराव होने के कारण उसे शिफ्ट किया जा रहा है ताकि मरीजों को समय पर उपचार मिल सके।
महामारी जैसे इन्फ्लूएंजा, खसरा, डायरिया, पेचिश, सांप काटने आदि केसों से निपटने के लिए सीनियर मेडिकल आफिसर और मेडिकल आफिसर को दिशा-निर्देश दिए हैं। रैपिड रिस्पांस टीम को हर दिन की प्रोग्रेस रिपोर्ट देनी होगी। साथ ही सीएचसी के अंदर आने वाले किस गांव में जलभराव की स्थिति है वहां पर रिपोर्ट पेश करनी होगी। इसके अलावा गांवों में जागरूकता कैंप लगाए जाएंगें। वहीं सीएचसी सेंटर ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को पानी निकासी को लेकर पत्र लिख दिया है।
मानसून से बिजली सप्लाई के हालात बिगड़ते जा रहे हैं। बीते 40 घंटे से भाटला-सिंधड़-चैनत-डाटा व घिराय गांवों में बत्ती गुल है। जबकि 15 गांव ऐसे है, जिनमें 10 घंटे से अंधेरा छाया हुआ है। जिनमें सिसाय, खांडा, नाड़ा, जीताखेड़ी, सेक्टर 13, सेक्टर 17 यू, चंदन नगर, मंगाली, धमाना, दुबेटा, स्याहड़वा, भान्नू औद्योगिकी, कोहली, चिकनवास, सीसवाल इत्यादि सटे गांव शामिल है।
जिससे कुल मिलाकर एक लाख से अधिक ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके अलावा आर्य नगर, धीरणवास, लुदास, चौधरी औद्योगिक क्षेत्र, चौधरीवास, रावतखेड़ा, टोकस, पातन, चिडौद, हिंदवान, रावलवास, शाहपुर, मात्रश्याम एवं न्यौली सहित गांवों में अघोषित बिजली कट लगे।
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