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    Haryana New District: हरियाणा गठन के बाद सिमटता चला गया हिसार, 60 साल में बने चार जिले

    Updated: Tue, 16 Dec 2025 03:49 PM (IST)

    हरियाणा राज्य के गठन के समय हिसार सबसे बड़े जिलों में से एक था। प्रशासनिक जरूरतों के कारण, इसका पुनर्गठन हुआ और इससे चार नए जिले बने। 1972 में भिवानी, ...और पढ़ें

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    हांसी बना नया जिला (फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, हिसार। हरियाणा राज्य के गठन के समय हिसार प्रदेश के सबसे बड़े और प्रभावशाली जिलों में शुमार था, लेकिन समय के साथ प्रशासनिक जरूरतों और जनसंख्या विस्तार के चलते इसका लगातार पुनर्गठन होता गया। बीते करीब छह दशकों में हिसार से अलग होकर चार नए जिलों का गठन हुआ और अब 2025 में एक बार फिर इसका नक्शा बदलने जा रहा है।

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    1972: पहला बड़ा विभाजन

    1नवंबर 1966 को पंजाब के पुनर्गठन के साथ हरियाणा अस्तित्व में आया। उस समय हिसार एक विशाल जिला था, जिसमें भिवानी, सिरसा, फतेहाबाद और चरखी दादरी जैसे क्षेत्र शामिल थे। 22 दिसंबर 1972 को प्रशासनिक पुनर्संरचना के तहत भिवानी को अलग जिला बनाया गया। यह हिसार का पहला औपचारिक विभाजन था।

    1975-79: सिरसा जिला बना

    दूसरा विभाजन 1 सितंबर 1975 को हुआ, जब सिरसा जिले के गठन की प्रक्रिया शुरू की गई। हालांकि प्रशासनिक रूप से सिरसा जिला 1979 में पूरी तरह अस्तित्व में आया। इससे हिसार का क्षेत्रफल और प्रभाव क्षेत्र और सीमित हुआ।

    1997: फतेहाबाद अलग जिला

    तीसरा बड़ा बंटवारा 15 जुलाई 1997 को हुआ। हिसार की एक अहम तहसील रहे फतेहाबाद को जिला दर्जा दिया गया। लंबे समय तक हिसार का हिस्सा रहा यह क्षेत्र अलग पहचान के साथ सामने आया।

    2016: भिवानी से अलग हुआ चरखी दादरी

    22 जनवरी 2016 को चरखी दादरी जिले का गठन हुआ। यह सीधे तौर पर हिसार से अलग नहीं हुआ, बल्कि भिवानी से अलग होकर बना, लेकिन ऐतिहासिक रूप से यह भी पुराने हिसार मंडल का हिस्सा रहा है।

    2025: हांसी बनेगा नया जिला

    अब चौथी बार हिसार का प्रत्यक्ष विभाजन होने जा रहा है। 16 दिसंबर 2025 को हिसार से अलग होकर हांसी जिला बनाए जाने की घोषणा है। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, इसके लिए एक सप्ताह के भीतर अधिसूचना जारी होने की संभावना है। इसके साथ ही हिसार एक बार फिर नए प्रशासनिक स्वरूप में प्रवेश करेगा, जो उसके ऐतिहासिक सफर का नया अध्याय होगा।