हरियाणा के कई जिलों में आंधी के साथ तेज वर्षा, सड़कें बनीं तालाब; आफत की बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
रविवार को हिसार में अंधड़ के साथ हुई तेज बारिश ने शहर को जलमग्न कर दिया। मुख्य मार्गों और कालोनियों में पानी भर गया जिससे यातायात बाधित हुआ और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। निचले इलाकों में दो से तीन फीट तक पानी जमा हो गया जिससे लोगों को भारी परेशानी हुई। बारिश ने शहर के सीवरेज सिस्टम की पोल खोल दी है।

जागरण संवाददाता, हिसार। प्रदेश के कई जिलों के साथ हिसार में भी रविवार शाम को अंधड़ के साथ तेज वर्षा हुई। शरद ऋतु के आगमन के पूर्व ही रविवार की वर्षा ने हिसार को मानो जलनगरी बना दिया। शाम सात बजे के आसपास शुरू हुई वर्षा ने रात गहराने तक रुकने का नाम नहीं लिया।
रिमझिम बूंदों से आरंभ हुई यह वर्षा शीघ्र ही तेज रूप ले बैठी और शहर के अधिकांश क्षेत्रों में जलभराव होने लगा। शहर का अधिकांश हिस्सा पानी में जलमग्न हो गया। हार्ट आफ सिटी दिल्ली रोड से लेकर कैंप चौक तक, पुरानी सब्जी मंडी रोड से लेकर मिलगेट क्षेत्र तक तक तरफ पानी का सैलाब उमड़ पड़ा।
कैंप चौक स्थित रेलवे ओवरब्रिज के नीचे तो हालात ऐसे बने कि कई वाहन आधे रास्ते में ही बंद हो गए। कई वाहन चालक गिर तक गए। बंद वाहनों के चालक अपने वाहनों को धक्का देकर पुल की ओर खींचने को विवश हो गए। इस तेज वर्षा ने सामान्य जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया।
दिल्ली रोड और औद्योगिक क्षेत्र में फिर जलभराव
लंबे समय बाद राहत महसूस कर रहे इंडस्ट्रियल एरिया और दिल्ली रोड के व्यापारियों के चेहरे पर फिर चिंता की लकीरें लौट आईं। विधायिका सावित्री जिंदल आवासीय क्षेत्र के समीप मुख्य मार्ग पर दूर-दूर तक जलभराव हो गया। प्रतिष्ठानों के सामने लहरें उठने लगीं और यातायात ठप पड़ गया।
मिलगेट क्षेत्र की गलियों में दो फीट पानी
मिलगेट क्षेत्र और जिंदल पार्क के आसपास की कालोनियों में जलभराव की स्थिति और भी विकट रही। कप्तान स्कूल रोड पर दो से तीन फीट तक पानी जमा हो गया। बच्चों के स्कूल पहुंचने के मार्ग तालाबों में तब्दील हो गए।
खिलाड़ियों की अभ्यास दिनचर्या ठप
महाबीर स्टेडियम में पिछले तीन माह से पानी का ठहराव था। अब रविवार को हुई वर्षा से हालात और गंभीर हो गए। प्रशासन द्वारा कई बार जल निकासी के प्रयासों के बावजूद रविवार की वर्षा ने सारी मेहनत पर पानी फेर दिया। सामान्य दिनों में जहां चार सौ खिलाड़ी पसीना बहाते थे, वहीं अब मैदान में केवल पानी की लहरें दिखाई दे रही हैं।
ठंडी हवाओं से गिरा तापमान
हिसार के साथ सुलखनी, किरमारा, मिर्जापुर, राजली, बिचपड़ी और धान्सू सहित जिले के अधिकांश गांवों में भी वर्षा ने मौसम को शीतल बना दिया। अंधड़ और गरज-चमक के साथ हुई वर्षा ने तापमान में गिरावट दर्ज कराई। मौसम विभाग ने आने वाले दो से तीन दिनों तक इसी प्रकार की वर्षा की संभावना जताई है।
सीवरेज और ड्रेनेज सिस्टम की फिर खुली पोल
पिछले दो महीने की वर्षा से उबर ही रहा शहर अब एक बार फिर पानी के जाल में फंस गया है। कई कालोनियों और खाली प्लाटों में जमा पानी से सीवरेज और ड्रेनेज व्यवस्था के अस्त-व्यस्त होने का खतरा मंडरा रहा है। नागरिकों को एक बार फिर गंदे पानी, कीचड़ और दुर्गंध से जूझना पड़ सकता है।
ऐसे में रविवार की यह वर्षा केवल ठंडक ही नहीं लाई। उसने शहर की जल निकासी व्यवस्था की एक बार फिर से पोल भी खोल दी। प्रशासन के लिए यह चेतावनी है कि यदि शीघ्र समाधान नहीं खोजा गया, तो इंडस्ट्रियल एरिया, महावीर स्टेडियम सहित हिसार के कई क्षेत्र व स्थान लंबे समय तक जलमग्न रहेंगे।
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