Haryana Weather: 6 जिलों में ओलावृष्टि, 16 तक बारिश की संभावना; जानिए मौसम का हाल
हरियाणा के कई जिलों में वीरवार शाम को ओलावृष्टि और वर्षा हुई जिससे मौसम ठंडा हो गया। ओलावृष्टि से फसलों को भी नुकसान हुआ है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से 16 मार्च तक मौसम में बदलाव रहेगा। कई जिलों में वर्षा होने के आसार हैं। वहीं फसल खराब होने से किसान चिंतित हो गए हैं।
जागरण संवाददाता, हिसार। राजस्थान की सीमा के साथ लगते हरियाणा के जिले भिवानी और चरखी दादरी के अलावा गुरुग्राम के पटौदी, नूंह, नारनौल व रेवाड़ी के तावड़ू के कुछ हिस्सों में वीरवार शाम को ओलावृष्टि हुई। फरीदाबाद में वर्षा हुई। इससे मौसम ठंडा हो गया। ओलावृष्टि से फसल को भी नुकसान हुआ है। बाकी जिलों में दिन में अधिक गर्मी रही। अधिकतम तापमान में भी तेजी से वृद्धि हुई। 36 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ पलवल प्रदेश में सबसे गर्म रहा।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से 16 मार्च तक मौसम में बदलाव रहेगा। कई जिलों में वर्षा होने के आसार हैं। बाकी जिलों में भी बादलवाही रहेगी और हवा चलेगी।
तापमान (डिग्री सेल्सियस में)
- जिला न्यूनतम अधिकतम
- अंबाला 18.3 31.2
- हिसार 16.1 33
- करनाल 14.8 30.8
- कुरुक्षेत्र 17.6 31.1
- पानीपत 16.8 31.6
- रोहतक 18.4 31.1
- सिरसा 15 31
ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान
होली के दिन मौसम ने अचानक करवट बदली, जिससे बारिश के साथ-साथ गांव अचीना में भारी ओलावृष्टि हुई। इस अप्रत्याशित प्राकृतिक आपदा के कारण गांव की लगभग सभी फसलें नष्ट हो गईं, जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा।
गेहूं और सरसों की हजारों एकड़ फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गईं, जिससे किसानों के सामने गंभीर आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
ग्रामीणों ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि किसान की आमदनी का साधन फसल ही होती है और उनकी फसलें बर्बाद होने से सभी किसान परेशान है। ग्रामीणों के अनुसार, ओलावृष्टि इतनी तीव्र थी कि खेतों में खड़ी फसलें पूरी तरह से जमीन पर गिर गईं।
50 हजार प्रति एकड़ मुआवजा दे सरकार
वीरवार शाम को गांव पालड़ी में भारी ओलावृष्टि हुई है। जिसके कारण पक्की हुई खड़ी फसल जिसमें गेंहू, सरसों, मटर इत्यादि फसलों में भारी नुकसान हुआ है। यह जानकारी देते हुए जजपा नेता कैलाश पालड़ी पूर्व सरपंच ने कहा कि ओलावृष्टि से क्षेत्र के गांवों में भारी नुकसान हुआ है।
किसानों को इस बार फसल अच्छी होने की उम्मीद थी, लेकिन प्रकृति ने इस पर पानी फेर दिया। उनके सपने चकनाचूर हो गए उनमें मायूसी छा गई। उन्होंने कहा कि स्पेशल गिरदावरी करवाकर किसानों को 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाए।
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