रूस-यूक्रेन युद्ध में मारे गए हरियाणा के सोनू का शव आज पहुंचेगा गांव मदनहेड़ी, ड्रोन गिरने से हुई थी मौत
हिसार के मदनहेड़ी गांव के दो युवक रूस-यूक्रेन युद्ध में फंस गए थे, जिनमें से सोनू की मौत हो गई थी। उसका शव 40 दिन बाद गांव पहुंचेगा। दूसरे युवक, अमन, ने छोटी दीवाली पर बंकर से बात की थी और बताया था कि उसे रूसी सेना में भर्ती किया गया है और बॉर्डर पर हालात खराब हैं। ड्रोन हमले में सोनू की मौत हुई थी।

सुरेश सहारण. हिसार। मदनहेड़ी गांव से सवा साल पहले भाषा सीखने गए दो युवक रूस-यूक्रेन युद्ध में फंस गए थे। युद्ध के दौरान 28 वर्षीय सोनू की मौत हो गई थी। 19 सितंबर को रूसी अफसर ने सोनू के स्वजन के पास मैसेज भेजकर उसकी मौत होने की सूचना दी थी। चालीस दिन के बाद सोनू का शव बुधवार को उसके पैतृक गांव में पहुंचेगा।
बुधवार सुबह दिल्ली एयरपोर्ट से शव लेकर स्वजन गांव आएंगे। वहीं दूसरे युवक अमन की छोटी दीवाली पर स्वजन से पांच मिनट बात हुई थी। उस समय वह बंकर में था। पांव में चोट लगी थी। उसके बाद से कोई संपर्क नहीं हो पाया है।
मदनहेड़ी गांव निवासी अनिल ने बताया कि रूस के भारतीय दूतावास से मैसेज आया कि वे सोनू के शव को लेकर दिल्ली के एयरपोर्ट पर बुधवार अलसुबह साढ़े पांच बजे पहुंच जाएंगे। अभी तक यही पता चला कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के दौरान यूक्रेन के बार्डर पर ड्रोन गिरने से सोनू की मौत हुई थी।
मेरे सामने कईयों की जान चली गई
छोटी दीवाली पर स्वजन से बातचीत के दौरान अमन ने एक वीडियो और कुछ फोटो शेयर की थी। जो वीडियो भेजी गई थी उसमें अमन कह रहा है कि मेरा नाम अमन है और मैं हरियाणा के हिसार जिले के मदनहेड़ी गांव का रहने वाला हूं।
मुझे रूसी आर्मी में भर्ती किया गया। जब मैं भर्ती हुआ तो मुझे बताया कि सिक्योरिटी गार्ड की या गड्ढे खोदने का काम करना पड़ेगा। लेकिन दस से 12 दिन की ट्रेनिंग देने के बाद रूस और यूक्रेन के बार्डर पर भेज दिया। यहां के हालात बहुत खराब र्है। यहां पर कभी भी आदमी की मौत हो सकती है। मेरे सामने बहुत सारे लोग मारे जा चुके हैं।

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