सिरसा में बने घेवर की पंजाब में खास डिमांड, सर्द मौसम में घेवर की खुशबू से महकने लगे बाजार
घेवर की खुशबू से बाजार महकने लगे हैं। बाजारों में मिठाई व अन्य जगह स्टालों पर घेवर तैयार किए जा रहे हैं। ग्राहकों की डिमांड के अनुसार नई नई वैरायटी तैयार करने में जुटे हुए हैं। इसके अलाव इस बार गुलाब के फ्लेवर में भी घेवर ग्राहकों को लुभाएंगे।

जागरण संवाददाता, सिरसा। सर्दी का मौसम व मकर सक्रांति का त्यौहार नजदीक होने के कारण अब घेवर की खुशबू से बाजार महकने लगे हैं। बाजारों में मिठाई व अन्य जगह स्टालों पर घेवर तैयार किए जा रहे हैं। ग्राहकों की डिमांड के अनुसार नई नई वैरायटी तैयार करने में जुटे हुए हैं। इसके अलाव इस बार गुलाब के फ्लेवर में भी घेवर ग्राहकों को लुभाएंगे। सिरसा में बने घेवर की पंजाब के मानसा, फाजिल्का, अबोहर, बठिंडा व अन्य जिलों में काफी डिमांड है।
---घेवर भेजने की परंपरा
मकर संक्रांति पर बहन बेटियों के ससुराल घेवर भेजने की परंपरा है। बाजार में बिना मावा वाला घेवर 220, मावा वाला 250 रुपये प्रति किलो के रेट से बेचा जा रहा है। इसी के साथ बाजारों में डिमांड देशी घी और मलाई वाला घेवर तैयार किया जाता है। जिसका रेट 400 से 500 रुपये प्रति किलो के हिसाब से हैं। हलवाई कृष्ण कुमार ने बताया कि मकर संक्राति व लोहड़ी का त्यौहार नजदीक है। इसी के साथ ठंड भी बढ़ रही है। ऐसे में घेवर की डिमांड बढ़ रही है।
--- सिरसा से पंजाब भी जाते हैं घेवर
हलवाई कृष्ण कुमार ने बताया कि सिरसा में बड़े स्तर पर घेवर तैयार किए जाते हैं। सिरसा में बने घेवर की पंजाब के मानसा, फाजिल्का, अबोहर, बठिंडा व अन्य जिलों में काफी डिमांड है। जिसको लेकर मकर संक्राति से पहले ही घेवर बनाने शुरू कर दिए जाते हैं। घेवर में मैदा, दूध व घी से तैयार किए जाते हैं। रबड़ी वाले घेवर की खास डिमांड है।
-----14 जनवरी को है मकर संक्रांति
13 जनवरी को लोहड़ी है। इसी के साथ मकर संक्रांति बेहद खास संयोग में आ रहा है। इस साल मकर संक्रांति 14 जनवरी को ही पूरे देश में मनाई जाएगी। मकर संक्रांति पर गुड़ से बनी चीजों को खाने खिलाने की परंपरा है। मकर संक्रांति के साथ ही कुंभ स्नान प्रारंभ होगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।