'लाला जी, बीच में मत आ वरना...', हिसार में रंगदारी के खिलाफ प्रदर्शन करने पर गैंगस्टर खैरमपुरिया ने दी व्यापारी नेता को धमकी
हिसार में रंगदारी के खिलाफ प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे व्यापारी नेता बजरंग दास गर्ग को गैंगस्टर काला खैरमपुरिया ने धमकी देते हुए कहा था कि वह बीच में न आएं वरना अंजाम बुरा होगा। इसके बाद व्यापारी ने पुलिस कप्तान को इसकी सूचना दी। बंजरग दास की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई थी। पुलिस अब खैरमपुरिया रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।

जागरण संवाददाता, हिसार। ऑटो मार्केट के शोरूम गोलीकांड के बाद पुलिस के कसते शिकंजे से भी काला खैरमपुरिया और उसके गुर्गे डरे नहीं थे।
गोलीकांड के दो-तीन दिन बाद ही काला खैरमपुरिया ने व्यापारी नेता बजरंग दास गर्ग को फोन कर उन्हें धमकी दी। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार उनसे रंगदारी मांगी गई।
हालांकि, बजरंग दास गर्ग ने सार्वजनिक तौर पर ऐसा कोई व्यक्तवय नहीं दिया। लेकिन वो इस फोन के बाद भी डरे नहीं। पहले हिसार बंद और बाद में हांसी में सैनी ऑटोमोबाइल संचालक रवींद्र सैनी हत्याकांड में अपराधियों के खिलाफ प्रदर्शन का नेतृत्व किया।
दो दिन रिमांड पर काला खैरमपुरिया
अब बजरंग दास गर्ग को धमकी व रंगदारी मामले में हिसार पुलिस ने काला खैरमपुरिया को कोर्ट में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया है। पुलिस जांच में सामने आया है कि काला ने बजरंग दास गर्ग को हिसार बंद का नेतृत्व करने पर फोन किया था।
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धमकी देते हुए कहा था लाला जी, बीच में मत आ वरना ठोक दूंगा, 23 लोगों से पैसे लेकर रहूंगा। तब व्यापारी नेता ने इस संबंध में पुलिस कप्तान को सूचित कर सिटी थाने में डीडीआर उसी वक्त कटवा दी थी। तब पुलिस ने बजरंग दास गर्ग की सुरक्षा भी बढ़ाई थी। अब पुलिस काला से रिमांड पर गहनता से पूछताछ करेगी।
यह था पूरा मामला
24 जून को हिसार ऑटो मार्केट में कारोबारी संजय गुप्ता के महिंद्रा शोरूम पर बाइक पर सवार तीन बदमाशों ने 40 राउंड फायरिंग कर पांच करोड़ की रंगदारी मांगी थी।
इसके बाद 25 जून को बदमाशों ने दो कारोबारियों ने वाट्सएप पर ऑडियो मैसेज भेजकर चार करोड़ की रंगदारी मांगी थी। विरोध में कारोबारियों ने 28 जून को ऑटो मार्केट व शहर बंद रखा। बजरंग दास गर्ग ने इस प्रदर्शन की अगुवाई की थी।
सात हत्याकांड में था हाथ
एसटीएफ के मुताबिक काला दो महीने पहले ही रंगदारी की वारदातों में शामिल हुआ था। क्योंकि काला को गैंग को सक्रिय करने और दूसरे देश में जाने के लिए पैसे की जरूरत थी। इस कारण गैंग के बदमाशों की सक्रियता बढ़ाते हुए कारोबारियों से पैसे की डिमांड की थी।
वहीं, पुलिस का कहना है कि काला रंगदारी की वारदातों से पहले सात लोगों की हत्या में शामिल रहा है। उसने इस बारे में कई खुलासे किए हैं। लेकिन पुलिस अभी ये वारदात उजागर नहीं कर रही।
गोलीकांड के छह घंटे बाद ही 16 मिनट 42 की काल कर धमकाया
ऑटो मार्केट गोलीकांड के छह घंटे बाद ही काला खैरमपुर ने बजरंगदास गर्ग को भी धमकी भरी कॉल की थी। 16 मिनट 42 सेकंड की बातचीत में उसने व्यापारी को प्रदर्शन से पीछे हटने को लेकर लगातार धमकाया। दूसरी ओर पुलिस के दावे पर गर्ग ने कहा कि उन्हें महज धमकी दी थी, रंगदारी नहीं मांगी गई थी।
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