नौकरी देने के बहाने नाबालिग लड़की की तस्करी का चल रहा था खेल, हिसार पहुंची असम पुलिस
लड़की को रोजगार के लिए हिसार के पाश क्षेत्र ग्रीन पार्क में करीब डेढ़ माह पहले भेजा गया था। जहां से एक दिन वह मौका पाकर भाग गई और मानव तस्करी रोधी इकाई को हिसार बस स्टैंड पर मिली। उसके बाद मामले का खुलासा हुआ।

जागरण संवाददाता, हिसार : दिल्ली की प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से नाबालिग लड़की की मानव तस्करी का मामला सामने आया है। लड़की को रोजगार के लिए हिसार के पाश क्षेत्र ग्रीन पार्क में करीब डेढ़ माह पहले भेजा गया था। जहां से एक दिन वह मौका पाकर भाग गई और मानव तस्करी रोधी इकाई को हिसार बस स्टैंड पर मिली। उसके बाद जब सरकारी तंत्र ने लड़की के बारे में जानकारी जुटाई तो मामले का खुलासा हुआ। लड़की ने शारीरिक शोषण का आरोप जड़ा है। उधर चाइल्ड वेलफेयर कमेटी हिसार की चेयरमैन नीना वर्मा की ओर से आसाम पुलिस को लड़की सूचना दिए जाने के बाद वीरवार को पुलिस हिसार पहुंची और पूछताछ के बाद लड़की को अपने साथ आसाम ले गई।
आधार में लड़की की उम्र 19 साल, मेडिकल जांच में नाबालिग
आधार कार्ड में उम्र के रिकार्ड में भी गडबड़ी सामने आ रही है। चाइल्ड वेलफेयर कमेटी सदस्यों ने बताया कि हिसार में मेडिकल के दौरान चिकित्सक ने जहां लड़की की उम्र 14 से 17 साल यानि नाबालिग बताई है वहीं आधार कार्ड में रोजगार के लिए लड़की की उम्र 19 साल अंकित की हुई है। यहीं नहीं लड़की को हिसार से पूर्व में लेकर जाने के लिए उसकी मौसी व मामा बनकर आए दोनों लोगों के आधार में जन्मतिथि एक-एक जनवरी दर्शाई है। यानि सभी के आधार कार्ड का रिकार्ड भी संदिग्ध है।
ये है पूरा मामला
आसाम की रहने वाली लड़की ने कहा कि वह अनपढ़ है। गरीब परिवार से है। तीन भाई-बहन है। लड़की करीब डेढ़ माह पहले ग्रीन पार्क में घरेलू काम के लिए एजेंसी ने भेजी थी। 25 दिसंबर 2021 को वह सायं को घर से निकल गई। ग्रीन पार्क निवासी हिसार कारोबारी ने लड़की के गुम होने की शिकायत पीएलए चौकी को दी। मानव तस्करी रोधी इकाइ सदस्य को वह बस स्टैंड के पास मिली। लड़की को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के माध्यम से वन स्टाेप सेंटर भेजा गया। 28 दिसंबर को कमेटी सदस्य मनोज चंद्रवंशी के संज्ञान में मामला आया तो उन्होंने उसकी मेडिकल जांच करवाई। जिसमें लड़की की उम्र 14 से 17 साल बताई यानि नाबालिग। सूत्राें की माने तो लड़की से पूछताछ में कहा कि दिल्ली में उसका शारीरिक शोषण भी हुआ।
शक के दायरे में चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की रिपोर्ट
आसाम पुलिस ने हिसार की चाइल्ड वेलफेयर कमेटी चेयरमैन के नाम से ही भारतीय दंड संहिता की धारा 370 के अंतर्गत मामला दर्ज कर लड़की को लेने आ गए । कमेटी के सदस्यों ने कहा कि इस मामले में सभी सदस्यों को पूरी जानकारी नहीं दी। इस कारण प्रोसिडिंग पर कुछ ने साइन करने से इनकार दिया। उनका तर्क है कि तस्करी व शोषण की बात जब हिसार में सामने आई तो यहां पर मामला दर्ज कर पुलिस जांच होनी चाहिए थी। जो नहीं हुई।
लड़की मौसी व मामला बनकर आए लोग भी संदिग्ध
29 दिसंबर को लड़की को अपने साथ ले जाने के लिए आसाम की एक महिला और वेस्ट बंगाल का एक व्यक्ति हिसार आए। रिश्ते में महिला ने लड़की की मौसी बताया जबकि पुरुष ने मामा उन दोनों के आधार में एक-एक जनवरी 1996 जन्म दिखाया गया है। उनके आधार कार्ड भी संदिग्ध है। ऐसे में यह मामला अब जांच का विषय बन गया है। उधर ग्रीन पार्क निवासी ऋषि राज सचदेवा ने इस मामले में जानकारी देने से इनकार कर दिया।
- अजय कुमार, संचालक, दुर्गा प्लेसमेंट ब्यूरो, दिल्ली।
मनोज चंद्रवंशी, सदस्य, चाइल्ड वेलफेयर कमेटी, हिसार।
- नीना वर्मा, चेयरमैन चाइल्ड वेलफेयर कमेटी, हिसार।
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