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    पूर्व सीएम ओपी चौटाला नहीं करा पाए यार बादल का राजनीतिक बेड़ा पार, पंजाब चला 'आप' का जादू

    By Naveen DalalEdited By:
    Updated: Fri, 11 Mar 2022 10:39 AM (IST)

    ऐलनाबाद से विधायक अभय सिंह चौटाला की बात करें तो उन्होंने पंजाब के चार विधानसभा क्षेत्रों में उपस्थिति दर्ज करवाई। वे कोई करिश्मा नहीं कर पाए। उक्त चारों सीटों पर शिरोमणी अकाली दल के प्रत्याशी वोटों के लिहाज से तीसरे या चौथे नंबर पर रहे।

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    प्रकाश सिंह बादल के लिए इनेलो नेता एवं विधायक अभय सिंह ने चार हलकों में प्रचार किया था।

    डबवाली (सिरसा), संवाद सहयोगी। हरियाणा के दिग्गज नेताओं की बातों पर पंजाबियों ने झाडू फेर दिया। लंबी में प्रचार करने गए हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री 87 वर्षीय ओमप्रकाश चौटाला की नहीं सुनी। वहां लोगों ने पंजाब की राजनीति के बाबा बोहड़ कहे जाने वाले 94 वर्षीय प्रकाश सिंह बादल को हरा दिया। इनेलो नेता एवं विधायक अभय सिंह ने चार हलकों में प्रचार किया था। सभी जगहों पर आप ने जीत दर्ज की। वहीं बठिंडा जिला के पर्यवेक्षक तैनात किए गए वरिष्ठ कांग्रेस नेता डा. केवी सिंह भी कांग्रेस को उभार नहीं पाए। जिले में आने वाली छह की छह सीटों पर हार का मुंह देखना पड़ा। केवी सिंह के बेटे विधायक अमित सिहाग बड़े चेहरों को जीताने गए थे। उनका दांव नहीं लगा। हालांकि गिदड़बाहा सीट पर राजा वडिंग की जीत ने कुछ राहत दी। बता दें, पंजाब में प्रचार करने गए राजनीतिकों में ओमप्रकाश चौटाला सबसे उम्रदराज तो अमित सिहाग सबसे कम उम्र के नेता है।

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    अभय सिंह ने यहां किया था प्रचार

    ऐलनाबाद से विधायक अभय सिंह चौटाला की बात करें तो उन्होंने पंजाब के चार विधानसभा क्षेत्रों में उपस्थिति दर्ज करवाई। वे कोई करिश्मा नहीं कर पाए। उक्त चारों सीटों पर शिरोमणी अकाली दल के प्रत्याशी वोटों के लिहाज से तीसरे या चौथे नंबर पर रहे। अबोहर से अकालीदल- बसपा के सांझे उम्मीदवार महेंद्र रिणवा को महज 14,345 मत मिले। वे चौथे नंबर पर रहे। कांग्रेस के संदीप जाखड़ विजयी रहे। फाजिल्का में गठबंधन प्रत्याशी हंसराज जोसन चुनाव हार गए। उन्हें सिर्फ 13,717 मत मिले। यहां से आप प्रत्याशी नरेंद्र पाल सिंह ने जीत दर्ज की। डेरा बस्सी में भी गठबंधन प्रत्याशी एनके शर्मा को हार का मुंह देखना पड़ा। यहां से आप के कुलजीत सिंह रंधावा को जीत हासिल हुई। उन्होंने बल्लुआना से गठबंधन उम्मीदवार परिथी सिंह मेघ के समर्थन में प्रचार किया। मेघ को भी हार का सामना करना पड़ा। वे चौथे नंबर पर रहे। आम आदमी पार्टी के अमनदीप सिंह मुसाफिर को जीत मिली।

    डा. केवी सिंह नहीं लगा पाए बेडा पार

    पंजाब में गुटबाजी कांग्रेस को ले बैठी। पर्यवेक्षक नियुक्त वरिष्ठ कांग्रेस नेता डा. केवी सिंह भी बठिंडा जिला की छह विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का बेड़ा पार नहीं लगा पाए। बठिंडा ग्रामीण से कांग्रेस प्रत्याशी हरविंद्र लाडी को करारी हार झेलनी पड़ी। वे तीसरे नंबर पर रहे। जबकि पहले नंबर पर आप प्रत्याशी अमित रतन कोटफत्ता रहे। बठिंडा शहरी की बात करें तो यहां से मनप्रीत सिंह बादल मैदान में थे। उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा। आम आदमी पार्टी के जगरूप सिंह गिल ने उन्हें पराजित किया। तीसरे विधानसभा क्षेत्र भुच्चो मंडी में भी कांग्रेस के प्रीतम सिंह कोटभाई को पराजय मिली। यहां आप के जगसीर सिंह विजयी रहे। चौथे हलके मौड़ से कांग्रेस उम्मीदवार डा. मनोज बाला बांसल को हार का मुंह देखना पड़ा। यहां भी आप के सुखवीर सिंह माइसरखाना की जीत हुई। रामपुरा फूल से गुरप्रीत सिंह कांगड़ की हार हुई। वे तीसरे नंबर पर रहे। आप की जीत हुई। तलवंडी साबो में भी कांगेस प्रत्याशी खुशबाज सिंह जटाना को हार नसीब हुई। यहां भी आप प्रत्याशी ने जीत दर्ज की।

    अमित सिहाग ने किया था सिद्धू मूसेवाला के लिए प्रचार

    डबवाली से विधायक अमित सिहाग ने अमृतसर सेंट्रल से कांग्रेस के बड़े चेहरे ओमप्रकाश सोनी के लिए प्रचार किया था। सोनी को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। मानसा में पोलीवुड स्टार शुभदीप सिंह सिद्धू मूसे वाला को हार देखनी पड़ी। यहां भी सिहाग प्रचार करने गए थे। वहीं बरनाला में मनीष बांसल की हार हुई है। हालांकि गिदड़बाहा में अमरिंद्र सिंह राजा वडिंग को जीत नसीब हुई। यहां अमित ने खुद प्रचार किया था। कार्यकर्ताओं की डयूटियां भी लगाई थी।