हरियाणा में घने कोहरे का कहर, हिसार से करनाल तक हो रही दुर्घटनाएं; देरी से चलीं बस-ट्रेन
हरियाणा में लगातार दूसरे दिन घनी धुंध और कोहरे से जनजीवन प्रभावित रहा। कई जिलों में दृश्यता कम होने से सड़क हादसे हुए और रेल व बस सेवाएं बाधित हुईं। स ...और पढ़ें

हरियाणा में लगातार दूसरे दिन घनी धुंध और कोहरे से जनजीवन प्रभावित रहा (फोटो: जागरण)
जागरण टीम हिसार/पानीपत। हरियाणा में लगातार दूसरे दिन भी घनी धुंध और कोहरे ने जनजीवन को प्रभावित रखा। कई जिलों में दृश्यता बेहद कम रहने से सड़क हादसे हुए, जबकि रेल और बस सेवाओं पर भी असर पड़ा।
कुछ स्थानों पर हालात गंभीर रहे तो कहीं राहत भी दिखी। बीते दिन सात जिलों में 100 से अधिक वाहनों के टकराने और 11वीं की छात्रा समेत 6 लोगों की मौत के बाद प्रशासन सतर्क है।
सरकार ने कोहरे को देखते हुए लोगों से सतर्कता बरतने और मौसम से जुड़ी जानकारियों पर नजर रखने की अपील की है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी धुंध और बादल बने रहने के संकेत दिए हैं, जिससे सुबह के समय आवागमन में दिक्कत बनी रह सकती है।
हिसार में लगातार दूसरे दिन भी घनी धुंध छाई रही। कई इलाकों में दृश्यता महज 5 मीटर तक सिमट गई। सुबह के समय विद्यार्थियों और कामगारों को स्कूल-कॉलेज व दफ्तर पहुंचने में परेशानी हुई।
कैंट एरिया के सामने कोहरे के कारण रोडवेज बस, पिकअप और थार आपस में टकरा गईं। हादसे में तीन-चार लोगों को मामूली चोटें आईं। मौके पर पुलिस ने पहुंचकर यातायात सुचारु कराया।
सिरसा में भी दूसरे दिन सुबह के समय करीब दो घंटे तक घनी धुंध छाई रही। रेल और बस सेवाएं प्रभावित रहीं, जिससे यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी।
साढ़े नौ बजे के बाद धुंध छटने पर लोगों को राहत मिली। यातायात पुलिस ने वाहन चालकों को जागरूक करते हुए पीली लाइट जलाकर चलने की हिदायत दी।
जींद जिले में सोमवार सुबह घना कोहरा रहा। दृश्यता कम होने से वाहन धीमी गति से चलते नजर आए। लंबे रूट की बसें देरी से पहुंचीं और कई ट्रेनें भी घंटों लेट रहीं, जिससे यात्रियों को असुविधा हुई।
कैथल में सीजन की सबसे गहरी धुंध दर्ज की गई। सड़कों पर दृश्यता बेहद कम रही, जिससे वाहन चालकों को रफ्तार कम करनी पड़ी।
जहां सड़क पर सफेद पट्टी नहीं थी, वहां दिक्कत ज्यादा रही। सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों और दफ्तर कर्मचारियों को आवागमन में परेशानी हुई। हालांकि धुंध से गेहूं की फसल को लाभ मिलने की बात कही जा रही है।
करनाल में मौसम विभाग की चेतावनी के बावजूद सुबह धुंध का असर नहीं दिखा और धूप खिली रही। लोगों ने सुहावने मौसम का आनंद लिया, लेकिन रेल यातायात प्रभावित रहा। करीब 10 ट्रेनें देरी से चलीं, जिससे यात्रियों को स्टेशन पर इंतजार करना पड़ा।
कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार 20 दिसंबर तक मौसम सामान्यतः शुष्क रहेगा, लेकिन धुंध और आंशिक बादल बने रहेंगे। 16–17 दिसंबर को ठंडी हवाओं से रात के तापमान में गिरावट संभव है।
18 से 20 दिसंबर के बीच पश्चिमी विक्षोभ के असर से बादल और सुबह हल्की से मध्यम धुंध छा सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि दिसंबर के तीसरे सप्ताह में ठंड और बढ़ेगी तथा फसलों पर हल्के पाले की संभावना भी बन सकती है।

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