किसानों ने हरियाणा बिजलीमंत्री के आवास काे घेरा, दो दिन देंगे धरना, बोले- मंत्री ही भिजवाएं खाना
भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष सिकंदर रोड़ी की अगुवाई में सैंकड़ों किसान बिजली मंत्री आवास का घेराव करने पहुंचे। किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए डीएसपी कुलदीप बिश्नोई की अगुवाई में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। किसान नारेबाजी करते हुए भूमणशाह चौक पर पहुंचे।
जागरण संवाददाता, सिरसा : शामलात देह व जुमला मुस्तरका मालकान भूमि का मालिकाना हक़ काश्तकार व काबिज काश्तकारों को दिए जाने की मांग को लेकर वीरवार को भारतीय किसान यूनियन चढूनी से जुड़े किसानों ने किसान बिजली मंत्री आवास का घेराव किया। किसान भगत सिंह स्टेडियम में इकट्ठा हुए और बाद में नारेबाजी करते हुए भूमणशाह चौक पर पहुंचे। जहां पुलिस ने बेरिकेड्स लगाकर उन्हें रोका। बाद में जिला प्रशासन से बातचीत करने के बाद पुलिस ने किसानों को चौटाला हाऊस के समीप टेंट लगाकर धरना देने की स्वीकृति दे दी।
भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष सिकंदर रोड़ी की अगुवाई में सैंकड़ों किसान बिजली मंत्री आवास का घेराव करने पहुंचे। किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए डीएसपी कुलदीप बिश्नोई की अगुवाई में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। किसान नारेबाजी करते हुए भूमणशाह चौक पर पहुंचे।
जहां पुलिस ने उन्हें रोका लेकिन बाद में चौटाला हाऊस की तरफ जाने वाले मार्ग के एक तरफ उन्हें धरना लगाने की अनुमति दे दी। किसानों के धरने को देखते हुए पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे। पुलिस ने वज्र वाहन तैनात किए थे तथा धरनारत किसानों के दोनों तरफ बेरिकेड्स लगाकर भारी तादाद में पुलिस जवान तैनात किए गए थे।
किसान बोले बिजलीमंत्री के घर से आएगा लंगर तो खा लेंगे
किसान नेता सिकंदर रोड़ी ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर किसानों ने प्रदेश के केबिनेट मंत्रियों के आवास का घेराव किया है। उन्होंने कहा कि किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए मंत्री पहले ही दिल्ली पहुंच गए हैं। सिकंदर रोड़ी ने कहा कि वे दो दिन धरने पर रहेंगे।
इस दौरान किसान भूख हड़ताल करेंगे अगर बिजली मंत्री के घर से किसानों के लिए रोटी व लंगर आएगा तो वे खा लेंगे। किसानों ने कहा कि उनका धरना शुक्रवार शाम छह बजे तक जारी रहेगा, इसके बाद वे ज्ञापन देकर धरना समाप्त करेंगे। किसान नेता ने कहा कि सरकार किसानों को बीमा क्लेम व प्रभावित फसलों का मुआवजा दे। वर्तमान में सफेद मच्छर व बरसात से प्रभावित हुई फसलों की गिरदावरी करवाए।