हिसार में किसानों ने किया रोड जाम, पुतला फूंका, पुलिस और किसानों के बीच धक्का मुक्की
पंजाब में बीजेपी विधायक के साथ मारपीट करने के मामले में आज हरियाणा में बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा किए जाने वाले विरोध प्रदर्शन को लेकर कृषि कानून विरोध लोग बिफर गए हैं। आंदोलनकारी हरियाणा के कई शहरों में बीजेपी के प्रदर्शन का विरोध कर रहे हैं और तनाव की स्थिति है।

हिसार, जेएनएन। कृषि कानूनों के विरोध में शुरू किया गया विरोध प्रदर्शन अब एक बार फिर से तूल पकड़ने लगा है। पंजाब में बीजेपी विधायक के साथ मारपीट मामले में बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा पुतला फूंकने के विरोध को लेकर किसान भाजपा कार्यालय के पास पहुंच गए। बल्कि यहां किसान खुद सरकार का पुतला फूंकना चाहते थे। किसानों ने नाक तोड़ दिया और पुलिस और किसानों के बीच धक्का मुक्की भी हुई। मगर अंत में किसानों ने पुतला फूंक ही दिया। अब जाकर माहौल शांत हुआ है। किसान अब वापस लौट रहे हैं। पुलिस ने आंसू गैस के गोेले भी मंगवा लिए थे।
इससे पहले हिसार में किसानों ने सेक्टर 14 के पास और बरवाला चुंगी के पास रास्ते जाम कर दिए। सिरसा की ओर से आने वाले वाहनों को सेक्टर के अंदर से ही निकाला जा रहा है तो वहीं जीजेयू के पास बरवाला चुंगी पर जाम लगने के कारण वाहनों को पड़ाव चौक की ओर से जाना पड़ रहा है।
हाल में ही पंजाब में बीजेपी के विधायक के साथ मारपीट करने और उन्हें निर्वस्त्र करने के मामले में बीजेपी ने आज हरियाणा के सभी जिलों में विरोध करने और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर का पुतला फूंकने की घोषणा की थी। मगर बीजेपी कार्यकर्ताओं के इस फैसले को लेकर कृषि कानून विरोधियों ने सवाल उठाए हैं। किसानों का कहना है कि कैप्टन अमरिंदर का पुतला फूंकने के बहाने उनके आंदोलन को कमजोर करने और हमारी छवि खराब करने के लिए ऐसा किया जा रहा है।
हमें कैप्टन का पुतला फूंकने को लेकर कोई दिक्कत नहीं मगर साथ में किसान नेताओं के पुतले फूंक इस मसले पर राजनीति हो रही है। इसी के चलते किसानों ने हिसार में जाम लगा दिया। वहीं बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भी अपना विरोध जताया।
बता दें कि सुबह भाजपा ने पंजाब विधायक पर हुए हमने को लेकर पंजाब सरकार और किसान नेता का पुतला फूंका। किसान नेता का पुतला फूंकने की ख़बर जैसी ही किसानों को लगी तो सभी किसानों की भीड़ क्रांतिमान चौक पर एकत्रित होने लगी। यहां क़रीब दो घंटे किसानों की बैठक हुई जिसमें फ़ैसला लिया गया की किसान उसी स्थान पर भाजपा सरकार का पुतला जलाएंगे जहां किसान नेता का पुतला जलाया गया। वो जगह भाजपा कार्यालय के सामने है।
जब किसान पुतला जलाने जाने लगे तो पुलिस ने बेरीकेडिंग कर दी। इसके बाद किसानों ने भीड़ जुटाने के लिए टोल से किसानों को बुलाना शुरू कर दिया। पुलिस किसानों को भाजपा कार्यालय की तरफ़ जाने नहीं देना चाहती थी किसान वहां जाकर पुतला जलाने की ज़िद पर अड़े रहे। दो घंटे से जाम लगा रहा। पुलिस ने रूट बदलकर वाहनों को निकालना चाहा मगर उन रास्तों पर भी जाम जैसी स्थिति रही। किसानों को समझाने डीआइजी बलवान सिंह राणा आए मगर किसान नहीं माने और आखिर में भाजपा कार्यालय के सामने किसानों ने सरकार का पुतला फूंक ही दिया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।